सरकारी तेल विपणन कंपनियां आज से पांच शहरों में एक परिवर्तनीशील ईंधन मूल्य निर्धारण पायलट परियोजना लागू करने जा रही हैं। इसके तहत ईंधन कीमतें रोज बदलेंगी, जिससे वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सामना किया जा सके। मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा प्रत्येक 15 दिन पर होती है। इंडियन ऑयल के अधिकारी ने कहा कि कीमतें पांच शहरों के 109 केंद्रों पर हर मध्यरात्रि बदलेंगी। इसमें पुडुचेरी, दक्षिण भारत के विशाखापत्तनम, पश्चिम में उदयपुर, पूर्व में जमशेदपुर और उत्तर में चंडीगढ़ शामिल हैं।
आज से अब पूरे देश भर में वीआईपी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। केंद्र सरकार ने अभी हाल ही में फैसला लिया था। यह नियम प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और भारत के चीएफ जस्टिस के वाहनों पर भी लागू होगा। लेकिन एम्बुलेंस और फायर सर्विस की गाडि़यों, पुलिस और सेना के वाहन नीली बत्ती का प्रयोग कर सकेंगे। मोदी ने रविवार (30 अप्रैल) को दिल्ली को आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात‘ कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा था कि लाल बत्ती वीआईपी संस्कृति का प्रतीक बन गया था। इसे लेकर लोगों के मन में नफरत का माहौल था। अब यह लाल बत्ती तो चली गयी है लेकिन लोगों के दिमाग मे अति विशिष्ट होने का जो अहसास घुस गया है, वह भी पूरी तरह समाप्त होना चाहिए।
देश में लंबी प्रतीक्षा के बाद रीयल एस्टेट रेग्युलेशन एक्ट (रेरा) एक मई से लागू हो रहा है। इस कानून के लागू होने से बिल्डरों की मनमानी पर अंकुश लग जाएगा। नियमों का पालन नहीं करने पर बिल्डरों के लिए दंड और कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। इस कानून के तहत सभी राज्यों में रीयल एस्टेट रेग्युलेटर अथारिटी (रेरा) का का गठना किया जा रहा है। न्यूनतम 500 वर्ग मीटर या आठ फ्लैट की परियोजनाएं इसके दायरे में आएंगी। अब बिल्डर को नई परियाजना शुरू करने से पहले उसे रेरा में पंजीकृत कराना होगा।