फडनवीस ने अपने पुणे के दौरे पर अपने आधिकारिक वाहन पर से लाल बीकन को ये कहते हुए हटा दिया कि “प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदीजी ने अपने वाहनों पर लाल बत्ती के उपयोग को रोकने के द्वारा वीआईपी संस्कृति को खत्म करने की ओर कदम उठाया है और हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए इस तरह के ऐतिहासिक कदम को मानते हुए, मैंने अपनी कार के ऊपर लाल बत्ती का उपयोग करना बंद कर दिया है।”
शिवराज सिंह ने कहा, “मैंने अपनी गाड़ी के ऊपर लाल बत्ती का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है और अन्य सभी मंत्रियों ने जल्द ही इसका पालन करना होगा।” उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, भाजपा नेता गिरिराज सिंह, राज्य सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री महेश शर्मा और राज्य मंत्री विजय गोयल ने भी मंत्रिमंडल के फैसले के बाद अपने वाहनों से लाल बत्ती को हटा दिया है। आधिकारिक वाहनों पर रेड बीकन की वीआईपी संस्कृति का 1 मई से इतिहास बन जाएगी, यानि ये नियम 1 मई से लागू होगा और इसका कोई अपवाद भी नहीं होगा, सरकार ने बुधवार को ये घोषणा कर दी है।