बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, “बिना लगाम का ईरान भी वही राह अपना सकता है, जिसे उत्तर कोरिया ने अपनाया है और पूरी दुनिया को उसी राह पर ले जाना चाहता है।” अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने यह भी कहा कि ईरान की समीक्षा केवल तेहरान के परमाणु समझौते के पालन की समीक्षा तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि मध्यपूर्व में उसकी गतिविधियों पर भी निगाह डाली जाएगी। टिलरसन ने एक दिन पहले कांग्रेस में ईरान समीक्षा में कहा था कि वह परमाणु समझौते का पालन कर रहा है।
टिलरसन ने ईरान पर लेबनान, इराक, सीरिया तथा यमन में अमेरिकी हितों को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “ईरान पर एक व्यापक नीति की जरूरत है, ताकि उसके द्वारा पेश आने वाले सभी खतरों का हम समाधान कर सकें और इस बात में कोई दो राय नहीं कि ईरान से कई खतरे हैं।” इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान परमाणु समझौते की समीक्षा का आदेश दिया था। अमेरिका ने स्वीकार किया है कि तेहरान साल 2015 के परमाणु समझौते का पालन कर रहा है।