HTML tutorial

यमडीFIE कुन्दन सिह ने विश्व में ब्रीडकुल को पहचान दिलाई है :जानिए कैसे

Pahado Ki Goonj

यमडीFIE कुन्दन सिह ने विश्व में ब्रीडकुल को पहचान दिलाई है  जानिए कैसे

देहरादून,उत्तराखंड सरकार का ब्रीडकुल निर्माण कार्य करने काअपना उपक्रम है जिसमें अपने कुशल अभियंताओं की टीम द्वारा कम बजट का सदुपयोग कर प्रोजेक्ट को समय से पहले तैयार कर प्रदेश के विकास में योगदान देरहे हैं।परन्तु उत्तराखंड सरकार ने इस समय उनको कार्य आवार्ड नहीं करने से कई सवाल खड़े कर दिये हैं ।

जबकि इस सस्थान ने अपना वेतन तो प्रोजेक्ट से निकाल ही है साथी ही आठ करोड़ मुनाफा भी कमाया है ।जबकी अन्य लोनिवि, सिंचाई वन विभाग ,विजली विभाग  के कर्यो पर उंगली उठाई जारहि है

।और सरकार की फजीहत हो रही है। अब बात करते हैं FIE कुन्दन सिंह के कुशल नेतृत्व में किये गए कार्यों के अलावा उनके द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों और इंजीनियरिंग के कार्य करने वाले लोगों के लिए लिखित दो पुस्तकें उपयोग देश विदेश कर रहे हैं। उनकी लग्न शीलता से प्रोजेक्ट को प्रयोगशाला बनाने के चलते कर्म ही पूजा उन्होंने सिद्ध कर दिखाया है। 

सिंह की बॉडी 

लैंग्वेज से लग रहा है कि छोटे से प्रतिष्ठान की विश्व स्तर पर पहिचान दिलाने का कार्य कर वह अपने को उत्तराखंड की जन्म भूमि का ऋण उतारने वाले दिखाई देते हैं।

 

उनकी” PROJECT PLANNING AND MANAGEMENT”  पुस्तक साधारण परिवार के लोगों को इतनी प्रतिष्ठित ऊंचाई तक पहुंचने में कड़े संघर्ष की मेहनत दिखाई देते हुए जन साधारण का स्वप्न साकार करने के लिए पुस्तकें हौंसला बढ़ाने में सहायक होरही है।वहीं अब तीसरी पुस्तक में वर्णित प्रोजेक्ट की प्लानिंग को कई चरणों मे कर्मानुसार बांट कर कार्य करने के लिए साधरण व्यक्ति की जिज्ञासा को बढ़ाने के लिए एकाग्रता लाने में वर्णित हृदय स्पर्श करने वाले शब्दो से सहायक होगी।पुस्तक के मुख्य लेखक ब्रीडकुल के यम डी कुन्दन सिंह है जबकि सहायक लेखक प्रोफेसर यम यल कंसल आई आई टी रुड़की हैं यह पुस्तक उत्तराखंड को गौरवान्वित कर रही है।

 

Next Post

वापस दिल्ली लौटीं वंदना कटारिया, स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में होंगी शामिल

हरिद्वार। तीन दिन परिजनों संग रहकर गंगा मां का आशीर्वाद लेकर टोक्यो ओलंपिक स्टार वंदना कटारिया वापस लौट गई हैं। वह दिल्ली समेत अनेक प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। हरिद्वार के रोशनाबाद गांव निवासी भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया 11 अगस्त को अपने गांव पहुंचीं थीं। वह टोक्यो […]

You May Like