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आजादी के लिए फाँसी स्वीकार करने वाले देश भग्त राज गुरु, भगत सिंह, शुकदेव को शत शत नमन,जीतमणि पैन्यूली सम्पादक क्यों नहीं मनाते त्योहार जानिये

Pahado Ki Goonj

श्री गणेशाय नमः

मिट्टी का दीया जलकर  सारी रात अंधेरे से लड़ता है

तुम भगवान के दीया है किस बात से डरता है——- प्रतापनगर में हैं हनुमानजी

आपके जैसे जिनको जगाना पड़ता है।

 

दोस्त ,समुदर भी टकराने के लिए पत्थर ढूंढता है।

पत्रकार संघठनो के होली मिलन के बुलावा पर उनको  हार्दिक बधाई देते हुए अपना प्रचार प्रसार से दूर रहते हैं।

आजादी के दीवानों को आगे की पीढ़ियों को यादगार बनाने के लिए तैयार रहना होगा  हम आजादी पाकर खुशी से  सभी प्रकार के कार्यक्रम कर रहे हैं  आजादी लाने के लिए इन महान शहीदों को शत शत नमन।

देहरादून,आपको, प्रदेश एवं देश वासियों को बहुत बहुत बधाई एंव शुभकामनाएं मा हरबंस कपूर विधानसभा अध्यक्ष जी ,मा मुख्यमंत्री श्री खंडूरी के रहते हुए आंदोलन मुकाम तक नेताओं उन्होंने 2008 में नहीं पहुंचाया। हमारे यहाँ तब से 69 स्कूल बंद, विद्यालय प्रधाना चार्य नहीं है ।

2 लाख की आवादी मेंx-रे मशीन नहीं लगा पाये हम 16वीं सदी में जीने को मजबूर हैं। रोटी बेटी के रिश्तों का संकट है हमको सरकार ने कृत्रिम रूपता बांध बनने से कष्ट बढ़े हुए हैं जबकि बांध से बिजली से एंव पानी से उत्तर प्रदेश दिल्ली से 30 करोड़ों का लाभ प्रतिदिन होरहा है। गोवा 450000 की आवादी पर प्रदेश बनाया जासकता है तोजागरूक सभ्यता को बचाने के लिए प्रतापनगर जिला बनाया जाना आवाश्यक है । 2005 से लम्बित आंदोलन को मुकाम तक पहुंचा ने के लिए जून वर्ष 2008 टिहरी बांध से प्रतापनगर की दूरी बढ़ने परेशानियों का सरकार की इच्छा शक्ति के अभाव से प्रभावित हुये है । छेत्र की लंबित मांगों को संघर्ष समिति के संयोजक के नाते बढ़ाने का प्रयास किया गया।हमारे छेत्र की समस्या को दूर करने वाले यज्ञ में सम्मलित होने वाले सम्मानित महान भाव,सोचने वाले आंदोलन कारियों, हमारे हौसला बढ़ाने वाले साथियों को तहदिल से नमन करते हैं ।हमारी मांगे समझौते के बाबजूद स्वीकार नहीं होने से हम कोई त्योहार नहीं मनाते हैं।अब गुलाम व पलायन की जिंदगी जीने की आदत डालने की ख्वाहिश प्रतापनगर की जनता ने लोकतंत्र में करदी है। पलायन का मोह से लोकतंत्र जिंदा जनप्रतिनिधियों ने कर रखा है अब त्योहार कब आये कब गये एक जुग बीतने वाला है अब उनकी याद भी नहीं रहती है।न उत्साह रहता है। सबको आंदोलन को सफल बनाने के लिए मा प्रधानमंत्री जी को सम्बोधित पहाडोंकीगूँज में प्रकाशित प्रार्थना पत्र प्रत्येक परिवार पत्र की कटिंग कर मा प्रधानमंत्री मा गृहमंत्री, मा ऊर्जा मंत्री भारत सरकार, मा मुख्यमंत्री, मा राज्यपाल उत्तराखंड  मा राष्ट्रपति  भारत  को भेजने के लिए सदबुद्धि दे।अखबार प्रधान छेत्र पंचायत जिला पंचायत के पास अन्य लोगों के पास दिसम्बर 2020 से  भेजते हैं।आपको को मिलता है कि नहीं  यह हमारी मांग को पूरा करने के लिए हमारी जागरूकता के लिए बुद्धि के सदुपयोग करना  दुनिया को बताने का नजरिया पेशकर्ता है।   अभी 97 साल बांध की उम्र है । अबतक 16 वर्ष की असुभिधा से यह हाल हैं ।97 वर्ष में ???होगा। कानून  कीआज

समाज को जिंदा रहने के लिए बनाने की जरुरत होती है।

सद बुद्धि प्रदान करने के लिए सेम नागराजा , माँ  राज राजे श्वरी ,माँ भुवनेश्वरी, बटुक भैरव, सभी देवी देवता आछरी,भराड़ी  रथि देवताओं

करने के लिए भगवान श्री बद्रीविशाल से हम शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना करते हैं।

(बांध को बनाने का काम 1966 से सुरू होकर 2006 में बिजली बनाने के लिए तैयार हुआ

प्रतापनगर का पलायन 69स्कूल बंद हॉस्पिटल का रिफर सेंटर 15 साल में होगये )

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