तिलाड़ी सम्मान समिति आयोजित कार्यक्रम में ध्यान सिंह रावत की रवांल्टी कविता संग्रह पछयाण का विमोचन, उत्तराखंड मास्टर माइंड एथेलेटिक्स रामकृष्ण बडोनी को भी किया गया सम्मानित। बडकोट : (मदनपैन्यूली) यमुनाघाटी के सरनोल गांव निवासी जुनियर हाईस्कूल गंगनानी में तैनात अध्यापक ध्यान सिंह रावत की पहली पुस्तक अखाण के बाद उनकी दुसरी पुस्तक ‘ पछयाण का मंगलवार को जिला नगरपालिका बड़कोट के शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान बड़कोट में विमोचन किया गया।
तिलाड़ी सम्मान समिति के सौजन्य से आयोजित इस समारोह में 70 वर्षीय भुतपुर्व सैनिक रामकृष्ण बडोनी उत्तराखंड मास्टर माइंड एथेलेटिक्स को भी सम्मानित किया गया । रामकृष्ण बडोनी ने उत्तराखंड मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप प्रतियोगिता के 800 मीटर,1500 मीटर एवं 3000 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने जिले का नाम रोशन किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जिला शिक्षाअधिकारी विनोद सेमल्टी ने उनकी पुस्तक की सरासना की । नगर पालिका अध्यक्ष अनुपमा रावत ने कहा हमारी भविष्य की पिढ़ी स्थानीय बोली बिसर कर अंग्रेजी में नाच रही है ।इस पुस्तक ने सभी को अपने भाषा बोलने के लिए प्रेरित करेगी , महा विद्यालय बडकोट के प्रोफेसर विजय बहुगुणा ने उनकी लेखनी की जमकर तारिफ कर कहा की अध्यापक ध्यान सिंह रावत ने गांव गांव में जाकर मौखिक संकलन कर अपनी किताब पछायण को धार दी है । जो आने वाली पिढ़ी के लिए प्रेरणा श्रोत है ।अपने संबोधन में अध्यापक ध्यान सिंह रावत ने कहा कि रंवाल्टी भाषा के शुत्रधार महावीर रंवाल्टा से प्रेरणा लेकर मैने इस पुस्तक को लिखा है । उन्होने अपनी हास्य व्यंग कविता प्रस्तुत कर खूब तालीयाँ बटोरी । रंवाल्टी भाषा के पछयाण,ध्वंई, दरवालs, टिखs, चंदन, सुददी कालि फिर, गां औबिलु रौं, चुनौ, मान्या माथ, आड़ गां, भलू मनखि, ब्यो बराती, ज्यूंरा, नवसाल, बेटा ब्यारी, रंवाई, बोली भाषा, तिलाड़ी, बेटी, धरती माता, मनखि, बांद समेत 32 बिषय शामिल है । कार्यक्रम में बालिका इंटर कालेज बड़कोट की स्कूली ने छात्राओं ने सभी का स्वागत गान से स्वागत किया । शिक्षक ध्यान सिंह रावत के द्वारा बनाया गया उत्तरकाशी व नौगांव विकास खंड के शैक्षिक मानचित्र को जिला शिक्षा अधिकारी उत्तरकाशी को भेंट किया गया । कार्यक्रम उपस्थित साहित्यकार महावीर रवांल्टा ने कहा है कि रॉवाल्टी भाषा में रुचि रखने वाले पाठकों को ध्यानी की ये कविताएं रवाई के इतिहास भूगोल परिवेश व संस्कृति से परिचित कराती है इन कविताओं का आना मैं 90 के दशक में अपने भीतर घर किए सपने के सुफल के रूप में देख रहा हूं मुझे विश्वास है की विषय प्रस्तुति व समझ की दृष्टि से परिपूर्ण इन कविताओं को पर्याप्त सराहना मिलेगी , इस मौके पर नगरपालिका अध्यक्ष अनुपमा रावत, आर एस असवाल, प्रकाश असवाल, सुनील थपलियाल, राजुली वत्रा, डॉ हरदेव, रावत , जेएस सजवाण, मनवीर सिंह, रामकृष्ण बडोनी,नगर पालिका अध्यक्षा अनुपमा रावत जिला शिक्षाअधिकारी विनोद सेमल्टी, महावीर रंवाल्टा, प्राचार्या ऐके तिवाड़ी, आर एस असवाल, डॉ प्रहलाद, संजीता शर्मा, सीता राम गौड़, तिलाड़ी सम्मान समिति के अध्यक्ष सुनील थपलियाल, राजेन्द्र सिंह राणा ,मनवीर सिंह, ,दिनेश सेमवाल,आजाद डिमरी,शान्ति प्रसाद बेलवाल, भगवती प्रसाद सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे । कार्यक्रम का संचालन संजीव बिजल्वाण ने किया ।