राज्य आंदोलनकारी की मृत्यु की उठाई न्यायिक जांच की मांग ।
बडकोट / मदनपैन्यूली। सोमवार यमुनाघाटी के उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने बड़कोट उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर आंदोलनकारी बीएल सकलानी की मृत्यु के मामले की न्यायिक जांच करने की मांग की। राज्य आंदोलनकारी यमुनाघाटी संगठन नौगांव ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि आंदोलनकारी बीएल सकलानी संगठन की विभिन्न मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए आंदोलन कर रहे थे लेकिन, सरकार द्वारा उन पर उत्पीड़नात्मक पर जाँच करते हुए पानी की बौछारें की गई तथा उन पर शांति भंग का मुकदमा भी किया गया और उन्हें जबरन उठाया गया। जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इस कार्रवाई से आंदोलनकारी बीएल सकलानी मानसिक रूप से अपने को उत्पीड़ित व अपमानित महसूस करने लगे और इस हालात में मानसिक तनाव होने से उन्हें दून अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जहां उनकी आकस्मिक मृत्यु हो गई। आंदोलनकारियों ने मांग की है कि उनकी मृत्यु की न्यायिक जांच की जाए। साथ ही आंदोलनकारियों ने सोमवार को विरोध में काली पट्टी बांधकर अपना विरोध भी दर्ज किया है। ज्ञापन देने वालों में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संगठन के केंद्रीय प्रवक्ता एवं नौगांव ब्लॉक के कार्यकारी अध्यक्ष बाल गोविंद डोभाल, वसुदेव डिमरी, पूर्ण सिंह, बलवीर सिंह, बच्चन लाल, चैन सिंह, फतेह सिंह आदि शामिल रहे।