बागेश्वर। जिले में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। बारिश से 17 सड़कें बंद हो गई हैं। वहीं चचई, गोलना में अतिवृष्टि से खासा नुकसान पहुंचा है। लोगों के खेत बह गए हैं वहीं दो मवेशियों की भी मौत हो गई है। तीन मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। राहत और बचाव के लिए प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हो गई हैं।
सोमवार की तड़के करीब दो बजे जिले के सभी हिस्सों में मूसलधार बारिश हुई। बारिश से सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया। मुख्यालय स्थिति बागनाथ मंदिर के पास बने घाट पूरी तरह डूब गए। वहां पर कुछ ही दूरी पर बने घरों में पानी और मलबा घुस गया। डर से लोग रात भर नही सो पाए। वहीं चचई गांव में अतिवृष्टि से ग्रामीणों के खेत बह गए हैं। गोलना में फकीर राम पुत्र जोगा राम निवासी मंडलसेरा के पिकअप गाड़ी के ऊपर मलबा गिर गया। दनी राम पुत्र मोहन राम की गोशाला ध्वस्त हो गई। गोशाला में बंधी गाय और एक बछड़ा मारा गया। वहीं तीन से चार मकानों पर दरारें आ गई और सुरक्षा दिवार क्षतिग्रस्त हो गई हैं।वहीं जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली 17 सड़कें बंद है। जिससे 30 हजार की आबादी सीधे प्रभावित हुई है। आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। प्रशासन सड़क मार्ग को खोलने के प्रयास कर रहा है। वहीं कुछ सड़कें बीते एक माह बाद भी सुचारु नही हो पाई हैं। जिससे इन ग्रामीण क्षेत्रों की दिक्कतें कम होने के बजाय बढ़ते जा रही है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि जनहानि की सूचना नही है। जहां पर नुकसान हो रहा है वहां टीम भेजी जा रही है। ग्रामीणों से संपर्क कर हाल-चाल भी पूछा जा रहा है। अहेतुक सहायता भी दी जा रही है। तहसील से नुकसान के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं।