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लापता छात्राओं का अब तक सुराग नहीजानिए सभी समाचार

Pahado Ki Goonj
There is no trace of the missing students till now, know all the news
लापता छात्राओं का अब तक सुराग नही
हल्द्वानी। बनभूलपुरा से तीन दिन पहले लापता हुई दो छात्राओं का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। इसे लेकर रविवार को छात्राओं के परिजनों व सामाजिक संगठन के लोगों ने एसएसपी कार्यालय का घेराव किया।
एसएसपी कार्यालय में प्रदर्शन पर बैठे दोनों छात्राओं के परिजन और सामाजिक संगठन के लोगों ने जमकर नारेबाजी की। यहां तक की पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे तक लगाए। परिजनों की मांग है कि एसएसपी खुद उन लोगों से आकर बातचीत करें। साथ ही मामले में हो रही कार्रवाई कहां तक पहुंची इसकी जानकारी दें। वहीं, दूसरी तरफ एसएसपी तो दूर आक्रोशित परिजनों से मिलने के लिए एसपी सिटी या सीओ भी नहीं पहुंचे। जिससे लोगों में नाराजगी देखने को मिली है।

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दो पक्षों में जमकर चले लाठी डंडे,दस गिरफ्तार


रुड़की। मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के टांडा भनेड़ा गांव में दो पक्षों में मामूली विवाद इतना बढ़ गया कि जमकर लाठी डंडे चले। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया। इसके बाद मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरचंद शर्मा ने बताया कि गांव में दो पक्षों के बीच मामूली बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। देखते ही देखते कहासुनी का मामला गाली गलौज में बदल गया और फिर दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई।दोनों पक्षों के लोगों में जमकर लाठी डंडे चले। इस मारपीट में कई लोग घायल हुए हैं। मामले में कोई भी तहरीर नहीं आई है। पुलिस ने अपने स्तर से ही जांच पड़ताल के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

चारधाम यात्राःरविवार को चार और तीर्थयात्रियों की मौत
देहरादून। चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को भी चार लोगों की जान चली गई।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आए चार और यात्रियों की मौत हो गई। राज्य आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक, बदरीनाथ में दो और यमुनोत्री धाम में भी दो याचारधाम यात्रा के दौरान अब तक केदारनाथ में सबसे ज्यादा 73 यात्रियों की मौत हुई है। वहीं, बदरीनाथ में 38, गंगोत्री में 13 और यमुनोत्री धाम में 29 यात्रियों की मौत हुई है। त्रियों की जान गई है। वहीं, अब चारधाम यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले यात्रियों की संख्या 157 पहुंच गई है।आगे पढ़ें

पिकअप की चपेट में आई कार, एक ही परिवार के चार लोग घायल
चंपावत। रविवार को लोहाघाट-घाट हाईवे पर सिंगदा के समीप एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर बीच सड़क में पलट गया, उसने एक कार को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में कार में सवार एक ही परिवार के चार लोग घायल हो गए। जिनमें से दो को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार लोहाघाट-घाट एनएच में सिंगदा के बाग धारे के पास गाजियाबाद से पिथौरागढ़ को जा रहा पिकअप वाहन मोड़ में अनियंत्रित होकर सड़क में पलट गया और रपटते हुए पिथौरागढ़ से बनबसा की ओर आ रही स्विफ्ट कार से जा टकराया। हादसे में कार सवार बनबसा निवासी शेखर चंद, उनकी पत्नी रश्मि चंद व उनके दो बच्चे शौर्य और सक्षम घायल हो गए। हादसे में सभी लोग बाल बाल बच गए। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने घायलों की चीख पुकार सुनकर सभी को वाहन से बाहर निकाला। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर बाराकोट पुलिस स्टेशन के हेड कांस्टेबल प्रकाश सिंह तत्काल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को 108 की मदद से लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय भेजा।

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नहर से पुत्र के बाद पिता का शव भी बरामद


देहरादून। डाकपत्थर क्षेत्र में शक्ति नहर में डूबे पुत्र के बाद पिता का शव भी बरामद कर लिया गया है। रविवार सुबह एसडीआरएफ ने सर्च ऑपरेशन के दौरान 55 वर्षीय बालक राम का शव बरामद किया। इससे पहले शनिवार को शिवकुमार का शव एसडीआरएफ ने बरामद किया था। 19 जून को राजकुमार की घर में कहासुनी होने के बाद उसने शक्ति नहर में छलांग लगा दी थी। इसके बाद बेटे को बचाने के लिए पिता भी नहर में कूद गया था। तब से दोनों के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। जिससे रविवार को सफलता हासिल हुई। शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा गया है।

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वृक्षों के संरक्षण की मांग को लेकर पर्यावरण प्रेमी सड़कों पर

देहरादून। इन दिनों वृक्षों के संरक्षण पर एक बड़ी मुहिम चल रही है। यह मुहिम दिलाराम रोड से मुख्यमंत्री आवास तक सड़क के चैड़ीकरण को लेकर है। उत्तराखंड वन विभाग द्वारा कुछ क्षेत्र में सड़क चैड़ीकरण के लिए कटने वाले पेड़ों का चिन्हीकरण किया गया है, इसमें अब तक 244 पेड़ चिन्हित हो चुके हैं। इन्हीं पेड़ों को बचाने के लिए अब पर्यावरण प्रेमी सड़कों पर आ चुके हैं और एक बड़ी मुहिम खड़ी करने का प्रयास कर रहे हैं। इसी के तहत रविवार को सैकड़ों की संख्या में लोगों ने दिलाराम रोड से सेंट्रियो मॉल तक मार्च निकाला। इस दौरान नुक्कड़ नाटक से लेकर कई गीतों के जरिए राज्य सरकार को संदेश देने की कोशिश की गई। पर्यावरण प्रेमियों ने इससे पहले देहरादून में ही पेयजल परियोजना के लिए खलंगा में कटने वाले पेड़ों के लिए भी मुहिम छेड़ी थी, जो सफल हो गई है और सरकार ने बैक फुट पर आकर अब इस परियोजना के लिए दूसरी जगह को चिन्हित कर लिया है। उधर अब शहर के बीचो-बीच 244 पेड़ काटने की खबर के बाद पर्यावरण प्रेमी सरकार के इस कदम के खिलाफ खड़े हो गए हैं। एक तरफ पर्यावरण प्रेमी मार्च निकाल रहे थे तो दूसरी तरफ इसी सड़क पर भाजपा नेताओं द्वारा ऐसे कई पोस्टर लगाए गए थे, जो इस मार्च के ठीक उलट थे। इन पोस्टर्स में मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए जानकारी दी गई थी कि पेड़ों को ना काटे जाने के लिए सीएम धामी के आदेश पर जीओ जारी कर दिया गया है।

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कार बनी आग का गोला, चालक ने कूदकर बचाई जान


े रुड़की। शनिवार देर रात सड़क पर दौड़ रही एक कार में अचानक आग लग गई। आग लगने से आसपास क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कार चालक ने किसी तरह से कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना पर दमकल विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि, तब तक कार पूरी तरह से जलकर राख हो गई।
शनिवार देर रात  सोनाली पुल के ऊपर रणपुरा जोरासी गांव के पास एक कार में आग लगने की सूचना फायर स्टेशन रुड़की को मिली थी। सूचना के आधार पर फायर यूनिट रुड़की तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। इसके बाद टीम ने आग की लपटों से घिरी कार को फायर यूनिट द्वारा हाई प्रेशर वाहन से होजरील फैलाकर पंपिंग कर उक्त आग पर कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया। इसी के साथ टीम द्वारा कार के पेट्रोल टैंक को फटने से भी बचा लिया। वहीं घटना मुख्य मार्ग पर घटी। ऐसे में टैंक आदि फटने से कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। आग से कार 90 फीसदी जल चुकी है।

जंगल गया नेपाली पत्थरों के बीच फंसा,रेस्क्यू कर पहंुचाया अस्पताल
उत्तरकाशी। गंगनानी में एक नेपाली व्यक्ति जंगल गया, लेकिन पत्थरों के बीच फंस गया। जब वह वापस नहीं लौटा तो साथियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खोजबीन की और उसे वहां से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली की एक नेपाली व्यक्ति गोरखा बहादुर उर्फ तिलक जंगल में लकड़ी लेने गया था, लेकिन वापस नहीं आया। इस पर पुलिस  ने नेपालियों को साथ लेकर और आपदा स्वयं सेवक राजेश रावत के साथ जंगल में गए। जहां देर रात एक नेपाली पत्थरों के बीच में गिरा हुआ मिला। वह बेहोशी की हालत में था। घायल को गंगनानी में तैनात पुलिस चैकी प्रभारी एएसआई हरिमोहन और उनके साथी उठाकर नेपालियों के आवास तक लेकर गए। इसके बाद एएसआई हरिमोहन अपनी गाड़ी से घायल को भटवाड़ी अस्पातल ले गए। युवक का इलाज चल रह है।

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