समाज कल्याण छात्रवृत्ति के करोड़ों अरबो घोटाले में विभाग , शिक्षण संस्थान ,बैक, बिचोलियों ने कमसिन खोरी में हिस्से लगा कर दिया घोटाले को अंजाम…
समाज कल्याण के छात्रवृत्ति निर्गत नियमावली का विभाग ने संस्थान आदि ने कैसे धज्जियाँ उड़ा कर मखोल उडाया छात्रवृति घोटाले के हाल के खुलासे से यह प्रतीत हुआ कि विभाग अधिकारीयो द्वारा छात्रवृत्ति को नियमों को ताक में रखकर अपने कमीशन के लाभ के लिए छात्रों को सीधा लाभ न देकर अधिकारी, संस्थान बैंक ने बंदरबांट कर लाभ उठाया । और छात्रवृत्ति आवंटन नियमावली के अनुसार सबसे पहले उत्तराखंड के निवासी जो सरकारी संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हो उन छात्रों को छात्रवृति दी जानी थी उसके बाद प्रदेश के स्थानीय प्राइवेट संस्थानों को तथा उसके बाद बाहर के प्राइवेट संस्थानों को आवंटन होना था । परंतु यहाँ विभाग अधिकारी एवं संस्थानों ने अपनी गाडी कमीशन के चक्कर मे छात्रवृति का लाभ सही लाभार्थियों को न देकर बाहर के फर्जी संस्थान के फर्जी लोगों को बिचोलियों के माध्यम से आवंटित की गई जिससे बहुत लाभार्थी वंचित रह गए अब उक्त घोटाले प्रकरण की गुत्थी उलझी हुई थी धीरे धीरे सुलझने की कगार पर है । उक्त घोटाले प्रकरण की प्रतिदिन के जांच रफ्तार से घोटालेबजो खोप की सुगबुगाहट है ।