देहरादून। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पिछले 5 दिनों में कई ऐसे बड़े फैसले लिए हैं, जो न केवल राज्य के लिहाज से बेहद खास है। बल्कि इससे उनके समर्थकों की संख्या में भी काफी इजाफा होता हुआ दिखाई दिया है। पिछले 5 दिनों में मुख्यमंत्री ने कुंभ से लेकर पुराने निर्णयों में सुधार तक के फैसले लिये हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को शपथ लेने के बाद अब तक ऐसे कई निर्णय लिये हैं, जो त्रिवेंद्र सरकार के फैसलों को पलटने वाले हैं। साथ ही कई निर्णय तो विभिन्न कार्यक्रमों और कार्यों को सुधारने से जुड़े हुए हैं। तीरथ सिंह रावत ने इन 5 दिनों में क्या निर्णय लिए आइये जानते हैं।
कोविड-19 के दौरान जिन लोगों पर मुकदमे किए गए थे, उन्हें वापस लेने का फैसला। 2016 के बाद बनाए गए विकास प्राधिकरण का दोबारा से परीक्षण किए जाने का फैसला। त्रिवेंद्र सरकार के दौरान 4 साल के विकास कार्यों के लिए विधानसभा स्तर पर किए जाने वाले कार्यक्रम को स्थगित करने का फैसला। घाट नंदप्रयाग सड़क चैड़ीकरण मामले में आंदोलनकारियों से मुकदमे वापस लेने और उनकी मांग को पूरा करने का फैसला। गैरसैंण कमिश्नरी और देवस्थानम बोर्ड से जुड़े फैसले पर पुनर्विचार का भी लिया गया। निर्णय.ये पांच निर्णय हैं, जो पिछले 5 दिनों में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने लिए है। ये सभी निर्णय बेहद अहम और आम लोगों से संबंधित हैं। यूं तो सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत के अकाउंट में सक्रियता पहले से कहीं ज्यादा हुई है।स्वाभाविक रूप से मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ सिंह रावत के समर्थकों की संख्या भी बढ़ी है। माना जा रहा है कि सरल स्वभाव होने के बावजूद जिस तरह तीरथ सिंह रावत ने बड़े मामलों फेसबुक की बात करें तो मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के चार लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हो चुके हैं, जबकि इससे पहले 3 लाख 81 हजार समर्थक की फेसबुक पर थे। इस तरह करीब 18 हजार से ज्यादा समर्थक पिछले कुछ दिनों में ही मुख्यमंत्री के अकाउंट से जुड़े हैं। उन्होंने पिछले 5 दिनों में निर्णय लिए हैं उसके बाद उनके सोशल अकाउंट पर समर्थकों की संख्या तेजी से बढ़ी है।