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प्रतापनगर में अपराध बढ़ाने का शराब के पीछे का खेल

Pahado Ki Goonj

प्रतापनगर की जनता से सरकार के सहयोग के लिए टिहरी बांध बनाने में छेत्र वासियों का सहयोग लिया है उसके बदले वहां स्वास्थ्य, शिक्षा, याता यात का अभाव पैदा करने के लिए बहुत कुछ किया है उसमें सबसे पहले शराब के गिरफ्त में प्रतापनगर के क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले युवाओं को नशेड़ी बनाने वाली शराब की दुकान के माध्यम से गलत किस्म की शराब की बिक्री कराने का काम जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ही सुरु किया गया है।इसलिए आज प्रतापनगर जोकि अपने सेवा समाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए जाना जाता था वह युवाओं की पीड़ी ने समाप्त करने वाले लोगों में अपनी पहचान बना रहे हैं।जितना लिखा पढ़ी शराबी बनाने के लिए की जारही है उससे पहले इतनी चिट्टी एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन लगाने के लिए किये जाते तो डाक्टर इलाज के अभाव में प्रसव पीड़ा से महिलाओं को प्राण त्यागने नहीं पड़ते।इतना बड़ा हादसे को हम न्योता देते रहे हैं।हम मानवता को समाप्त करने वाले लोगों में गिने जाते हैं। युवाओं में जरा सोच होती चका जाम बजार बन्द कर सरकार से सुभिधा प्राप्त करने वाले लोगों में होते।आएदिन बाजार में शराबी हुड़दंग कर दुकानदार को परेशानी का सामना करना पड़ता है।इसकी शिकायत करने के बाबजूद जनता शराब की दुकानों को इतना महत्व देने के लिये संघर्ष करते हैं तो हम गुलाम बनाने में अपनी ऊर्जा को लगा रहे हैं। अभी समय है मनुष्य जीवन के लिए जीने का।शराब की दुकानों को हटाने के लिए काम करने के लिए आगे आएं।प्रशासन को सोचना चाहिए कि इतना राजस्व से कई गुना ज्यादा हमारे टिहरी बांध बनाने के सहयोग से सरकार को मिलरहा है। इसका सुक्रिया अदा करने के लिए आगे प्रशासन को आना चाहिए।

पुनःश्री विद्यादत रतूड़ी पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक के प्रसिद्ध सामाजिक सेवक के रुप मे कार्यकर्ता बनने वाले लोगों की जरूरत है।जो शराब बंदी आदि बुराई के लिए आगे आकर मुल्क में शान्ति बनाने में सहयोग कर सके।

साथ जिलाधकारी एवं टिहरी बांध परियोजना  के कार्यकारी निदेशक को अपने अधिकार का प्रयोग कर प्रतापनगर ,लम्बगांव चिकित्सालय में एक्सरे, अल्ट्रासाउंड सुभिधा दो लाख की आवादी को देने के लिए चलता फिरता वाहन की व्यबस्था करनी चाहिए।

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