देहरादून। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रदेश में लगातार मामले सामने आ रहे हैं. जिसे देखते हुए एक कंपनी ने कोरोना व वायु जनित बीमारियों के बचाव के लिए 99.99 प्रतिशत प्रमाणिकता के साथ आरपी 3302 मशीन की लॉन्चिंग की। कंपनी का दावा है कि यह मशीन कोरोना वायरस समेत अन्य वायु जनित बीमारियों को रोकने के लिए प्रमाणिकता के साथ अधिक सरल और सक्षम है।
मंगलवार को लैंसडाउन चैक स्थित एक रेस्टोरेंट में कंपनी ने आरपी 3302 मशीन लॉन्च की। इस दौरान कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि यह मशीन बाइपोलर है, जो आयो नाइजिंग तथा रियलटाइम मॉनिटरिंग करती है। मशीन की खूबियां बताते हुए कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि सिंगापुर में निर्मित आरपी 3302 मशीन भारत के उच्च संस्थान बीएचयू आईसीएमआर से प्रमाणित है। उन्होंने बताया कि ये मशीन अनेक प्रकार के जीवाणुओं और कीटाणुओं के खात्मे के लिए प्रयोग की जाती है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में इस मशीन की मदद से संक्रमण तथा वायु जनित अनेक बीमारियों से 99.99 प्रतिशत प्रमाणिकता के साथ बचाव किया जा सकता है। इसमें किसी प्रकार के केमिकल व अन्य किसी फिल्टर की आवश्यकता नहीं पड़ती और ना ही इसके रख-रखाव में कोई परेशानी खड़ी होती है। कंपनी के प्रतिनिधियों का दावा है कि आयोनाइजिंग मशीन होने के कारण इस मशीन का प्रयोग करने पर किसी यूवीसी मशीन, एयर प्यूरीफायर, सैनिटाइजर और किसी भी प्रकार के केमिकल का प्रयोग नहीं करना पड़ता। इसके कार्य क्षेत्र के अंदर आने वाले कोरोना तथा अन्य वायु जनित बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति की सांसों द्वारा वायरस छोड़ने पर उन वायरस को खत्म कर देती है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि इस मशीन को लेकर राज्य सरकार के सभी संस्थानों व कार्यालयों से भी बातचीत कर उनके साथ भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
डीआईजी से मांगा गया परिचय पत्र, पुलिसकर्मियों को मिला इनाम
Tue Nov 10 , 2020
देहरादून। डीआईजी अरुण मोहन जोशी इन दिनों पुलिस की मुस्तैदी जांचने के लिए रात में निरीक्षण में निकल रहे हैं। इसी कड़ी में जब डीआईज। हिमाचल नंबर की अपने निजी गाड़ी की पिछली सीट में बैठकर औचक निरीक्षण पर निकले तो उनसे जगह-जगह आधार कार्ड और परिचय पत्र मांगा गया। […]
