भू बन्दोवस्त कराने वाले ईमानदार अधिकारी को हमेशा याद किया जायेगा।
देहरादून। शासन व प्रशासन में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दे चुके रिटायर्ड (पीसीएस) अधिकारी सतीश चंद्र बडोनी नहीं रहे। उनका सोमवार सुबह ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया। बद्रीपुर देहरादून स्थित निवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। दोपहर को हरिद्वार में उनकी अंत्येष्टी की गई। स्व. बडोनी मूल रूप से ग्राम भटवाड़ा पट्टी नैलचामी टिहरी गढ़वाल के रहने वाले थे। वे विभिन्न जिलों में एसडीएम, एडीएम, सीडीओ रह चुके हैं। अपर सचिव उत्तराखंड शासन पद से वे सेवानिवृत्त हुए थे।
इसके अलावा वे बाजपुर शुगर मिल के महाप्रबंधक और गढ़वाल मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक (खनन) और क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक भी रह रह चुके हैं। पूर्व में वे बाराबाकी यूपी में भी एसडीएम रहे। वे राज्य लोक सेवा आयोग के सदस्य भी रहे। अपर सचिव उत्तराखंड शासन पद से सेवानिवृत्त होने के पश्चात वे सरकार द्वारा आरक्षण के लिए गठित इरशाद आयोग में भी सदस्य रहे।जहां उत्तराखंड में फर्जीवाड़ा करने वाले अपने को बहुत कुछ बताते हैं वहीं इतने सच्चे पूर्व अधिकारी रहे कि उनको वेव पोष्ट पर पूर्व आई ए एस लिख दिया तो उन्होंने तुरंत लिख दिया मुझे आई ए एस न लिखें।
स्व. बडोनी के निधन पर विभिन्न लोगों और संस्थाओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। स्व.बडोनी की छवि एक कर्मठ और ईमानदार अफसर की रही है। वे हेल्पफुल प्रवृत्ति के थे। समय-समय पर कई जरूरतमंद लोगों की उन्होंने सहायता की। ऋषिकेश तहसील के अंर्तगत खदरी खड़क माफ का भूबन्दोबस्त रिकार्ड कराकर अन्य अधिकारियों को काम करने की इच्छा शक्ति का परिचय देने के लिए ARO सियत देगये। सेवानिवृत्ति के पश्चात वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे। वे भटवाड़ा विकास समिति के अध्यक्ष भी रहे।