नैनीताल। सोमवार को दुर्लभ खगोलीय घटना में बुध ग्रह सूर्य के मध्य क्षेत्र से होकर गुजरेगा। बुध के अच्छादन यानी मरकरी ट्रांजिट की यह घटना भारत से लगे महासागरों से देखी जा सकेगी। सोमवार की शाम 6.04 बजे से यह शुरू होगी।
आर्यभटट् प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के खगोल वैज्ञानिक डॉ. शशि भूषण पांडे ने बताया कि इस खगोलीय घटना में बुध ग्रह सूर्य के सामने से होकर गुजरेगा। जिसमें वह काली बिंदी की तरह अपने पथ पर आगे बढ़ता हुआ नजर आएगा। इस घटना को विशेष चश्मे के सहारे देखा जा सकेगा। ट्रांजिट का समय सूर्यास्त के बाद होने के कारण यह घटना भारत के धरातलीय क्षेत्र से नहीं देखी जा सकेगी। परंतु प्रशांत, अटलांटिक व हिंद महासागर से देख सकेंगे। इसके अलावा अफ्रीका, यूरोप व दक्षिणी अमेरिका से देखी जा सकेगी। ट्रांजिट का समय लगभग साढ़े पांच घंटे का रहेगा। इस बीच बुध ग्रह सूर्य के एक छोर से दूसरे किनारे तक यात्रा करेगा। भारतीय समय के अनुसार रात करीब 11.30 बजे ट्रांजिट समाप्त हो जाएगा। इसके बाद यह घटना 13 वर्ष बाद 2032 में होगी।एक सदी में 13 बार यह घटना होती है। ट्रांजिट ग्रहण जैसी ही घटना है। वैज्ञानिक नजरिये से यह सामान्य खगोलीय घटना है। परंतु समयकाल की गणना के साथ बुध व पृथ्वी के बीच की दूरी की गणना का सटीक पता चलने के साथ पिछली गणनाओं की पुष्टि हो सकेगी। जिस कारण वैज्ञानिक इस घटना का अध्ययन करते हैं। सौर मंडल में सूर्य का सबसे नजदीकी ग्रह बुध है। बुध के अलावा शुक्र ग्रह का ट्रांजिट भी होता है। मरकरी ट्रांजिट को देखने के लिए आंखों के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है। वरना आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। इसे सूर्य को देखने वाले विशेष चश्में के मदद से ही देखें।
पौड़ी सांसद तीरर्थ सिंह रावत की कार हुई दुर्घटनाग्रस्त, बाल-बाल बची जान
Sun Nov 10 , 2019