पौड़ी गढ़वाल के पावों विकास खंड के छोटे से गावँ पौखरी के पारंपरिक वैध परिवार से चौथी पीड़ी से तालुक रखने वाले रामकृष्ण बंजर खेत मे संजीवनी उगारहे हैं वह पिचपन वर्ष की उम्र में मुम्बई से अपने उत्तराखंड पहाड़ के नाम से अब प्रचलित स्थान पर बनजर खेतों को आवद करने आये।अपने शिक्षक पिता राजा राम के सानिध्य में पारम्परिक उन्होंने मेहनत की ओर उनकी मेहनत रंग लाई आज उनकी मेहनत से काफी लोगों में जागरूकता आई है।जड़ी बूटियों की खेती करने के लिये जानकारी प्राप्त की ओर लग गये खेतों में फसलों की हरीयाली लोटाने । आज वह दुग्ध उत्पादन ,बकरी पालन ,मछलियों का पालन करने लगे है।उनको दिलीप आयुक्त गढ़वाल मण्डल पौड़ी में सी डी ओ मनरेगा में तालाब बनाने में अधिकारी की इच्छा शक्ति का परिचय देकर पलायन को रोकने में सहयोग किया ।
उत्तराखंड के जिन गांव में पानी नही है वंहा पैन्यूली को बसाया जाय
Fri Nov 10 , 2017