प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र का समग्र विकास रोजगार सर्जन के अवसर पैदा करना है :- अब्बल सिंह बिष्ट ————————– ——————————————————-उत्तरकाशी :- मदनपैन्यूली। भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण उत्तराखंड उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री) अब्बल सिंह बिष्ट ने लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में प्रेस वार्ता की। प्रेस से बातचीत करते हुए माननीय उपाध्यक्ष ने कहा कि भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण का क्षेत्र गोमुख से देवप्रयाग तक है इस हेतु माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए थे। इसी परिपेक्ष में 2005 को प्राधिकरण के अस्तित्व में आने से महायोजना तैयार की गई है जो आने वाले दिनों में इस क्षेत्र के लिए नियोजित विकास के लिए सम्बंधित विभाग कार्य करेंगे। उपाध्यक्ष ने बताया कि प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य यह है कि पर्यावरण को सुरक्षित रखते हुए क्षेत्र का समग्र विकास करना है, रोजगार सर्जन के अवसर पैदा करना है। साथ ही सामाजिकता को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है । महायोजना में संबंधित विभागों को भी जोड़ा गया है। ताकि नियोजित ढंग से विभाग विकासपरक कार्य कर सकें।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान गंगोत्री में काफी आरबीएम (सिल्ट) नदी पर इकट्ठा हुआ है जिससे नदी का तल बड़ा है और श्री गंगोत्री मंदिर की ओर नदी का बहाव आया है। मंदिर के खतरे को देखते हुए इकट्ठे आरबीएम को किस प्रकार से हटाया जा सकता है। इस हेतु सिंचाई विभाग को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए है। श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए गंगोत्री में माँ गंगा मैया के दोनों ओर नमामि गंगे परियोजना से घाट बनाने हेतु कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए है।
साथ ही निरीक्षण के दौरान यह भी देखा गया कि यह क्षेत्र चारधाम यात्रा के साथ साथ यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस हेतु धरासू व भैरवघाटी में प्राधिकरण के द्वारा मां गंगा -यमुना के नाम से स्वागत द्वार बनाया जाएगा।
लोहारी नाग पाला एवं पाला मनेरी जल विद्युत परियोजना का कार्य टेक्निकल रिपोर्ट के आधार पर 80प्रतिशत पूर्ण हो चुका है इसको प्रारंभ करने के लिए राज्य व केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। उन्होंने कहा की पहाड़ की भौगोलिक स्थिति के अनुसार 2- से 10 वाट तक छोटी- छोटी जल विद्युत परियोजना शुरू कराने हेतु केंद्र व राज्य सरकार को सुझाव भेजे जाएंगे।
अपर सचिव गृह,आवास श्री सुनील श्री पांथरी ने प्राधिकरण व महायोजना के बारे में प्रेस को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के द्वारा महा योजना के अंतर्गत विभागों को एक भौगोलिक ग्राफ दिया गया है। जिसके अंतर्गत संबंधित विभाग पर्यावरण को देखते हुए क्षेत्र का समग्र विकास के कार्य करेंगे।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्राधिकरण के द्वारा भैरव घाटी में अतिथि गृह के साथ सूचना केंद्र बनाया जाएगा ताकि आपदा के दृष्टिगत से भी यह सूचना केंद्र उपयोग में लाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के द्वारा विकास कम शिकायत प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। शिकायत प्रकोष्ठ में आनी वाली शिकायत को ट्रेसिंग कर सम्बंधित विभाग को भेजी जाएगी भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण उसकी मॉनिटरिंग तब तक करेगा जब तक उस शिकायत व समस्या का निस्तारण न हो सके। उन्होंने कहा की विकासखंड भटवाड़ी में 84 ग्राम पंचायतें हैं जिसमें सभी ग्राम प्रधानों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बना है इस ग्रुप में प्राधिकरण को भी जोड़ा गया है इससे प्राधिकरण को क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी सारी जानकारी मिलती रहेगी।
अपर सचिव श्री पांथरी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत धरासू, भटवाड़ी में पुलिस व ग्राम प्रधानों को सेनिटाइजर व मास्क वितरण किए गए तथा सोशल डिस्टेंस व अनिवार्य रूप से मास्क पहनने की जानकारी दी गई।
प्रेस वार्ता में संयुक्त सचिव ऊर्जा एवं राज्य संपति श्री लक्ष्मण सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख/ जिला पंचायत सदस्य चंदन सिंह पंवार, संयोजक गंगा विचार मंच लोकेंद्र सिंह बिष्ट भी मौजूद थे।