सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर,आरोपी अनुपम शर्मा को अपना प्लाट बेचा था वादी अनुरोध पंवार ने
*प्लाट बेचने के एवज में WIC में मोटी रकम लेने पहुँचा था अनुरोध पवार*
*मीडिया रिपोर्ट्स को सच माने तो यह रकम थी एक करोड़*
*अनुरोध ने बिना पैसे की तस्दीक किये मैनेजर को अपनी कार में रखने दिया बैग! आखिर क्यों कार में रखने के बाद भी वादी ने बैग में वाकई पैसे हैं भी की नहीं जानना उचित नहीं समझा!*
*कंही पैसे देखने और गिनने को लेकर झूठ तो नहीं बोल रहा है वादी अनुरोध पंवार! आदमी जब हजारों की पेमेंट लेता है तो भी पैसे गिनता है फिर अनुरोध पंवार ने क्यों नहीं देखी या गिनी इतनी मोटी रकम!*
अगर रकम को लेकर मीडिया में लगातार छप रहे दावे को सच माने तो यहां यह भी बड़ा महत्यपूर्ण सवाल है कि वादी अनुरोध पंवार और आरोपी अनुपम शर्मा कैसे कर रहे थे इतना बड़ा कैश का लेनदेन! क्या यह डील नहीं थी गैरकानूनी! क्या नहीं हो रहा था ब्लैक मनी का खेल!
*लूटकांड में अगर शामिल हैं पुलिसकर्मी तो उन पर हो सख्त से सख्त कार्रवाई। मगर WIC में हो रही इस गैरकानूनी डील के काले सच का भी होना चाहिए खुलासा! कहाँ से लाया अनुपम इतनी ब्लैकमनी और कैसे खपाता अनुरोध इस ब्लैकमनी को! क्या ED और इनकम टैक्स को इस लेन-देन की नहीं करनी चाहिए जांच! क्या ब्लैकमनी के इस खेल में फंसने के डर से तो अनुरोध पैसे को लेकर नहीं बोल रहा झूठ! क्या इनकम टैक्स और ED को भी दी गई है इस पूरे मामले की जानकारी? बड़ा सवाल