देहरादून : देहरादून में आयोजित सेना मेला में दर्शक अस्त्र-शस्त्र देख रोमांचित हुए तो उन्हें जवानों की दिनचर्या को करीब से जानने का मौका भी मिला। उन्होंने आतंकियों से मुकाबला करते जवानों को देखा और सेना बैंड की धुन पर मंत्रमुग्ध भी हुए।
सोमवार को गढ़ी कैंट स्थित शहीद जसवंत सिंह मैदान में मेले का उद्घाटन 14 रैपिड (स्ट्राइक) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल एसएस महल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेले के उद्देश्य आम नागरिक को सेना के करीब लाना है। उन्होंने कहा कि इससे युवा पीढ़ी में सेना के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। मेले में जवानों के हैरतंगेज करतबों ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
मेले में मशीन गन, तोप, रॉकेट लांचर छोटे हथियारों के साथ ही रडार संचार प्रणाली बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी। युवाओं को अत्याधुनिक हथियारों को करीब से देखने का मौका मिला। इस दौरान अधिकारियों ने शस्त्रों की मारक क्षमता और खूबियों की जानकारी भी दी।
जीवंत हुआ बॉर्डर का नजारा
मेला में दर्शकों को सेना और आतंकियों के बीच सीमा पर मुठभेड़ का डेमो दिखाया गया। सुबह 11 बजे सूचना दी गई कि कुछ आतंकी सीमा में घुस आए हैं। पांच मिनट बाद सैन्य टुकड़ी को आपरेशन के आदेश दिए गए। जवानों ने चारों तरफ से उस मकान को घेर लिया, जहां आतंकी छिपे थे और कुछ ही देर में उन्हें मार गिराया। आपरेशन की सफलता के बाद मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।