देहरादून। पुलिस की लचर कार्यप्रणाली के चलते हत्या, लूट, चोरी, डकैती, गोलीबारी, दून में इन दिनों जिस तरह से आपराधिक वारदातों की बाढ़ सी आयी हुई है, उससे साफ जाहिर होता है कि बदमाशों में पुलिस का कोई खौफ नहीं रह गया है और वह दिन दहाड़े जहंा चाहें किसी भी वारदात को अंजाम दे सकते है। जिससे प्रदेश की राजधानी देहरादून के लोग डर के साए में अपना जीवन व्यतीत करने को मजबूर है।
बीते कल कोतवाली डालनवाला क्षेत्र में एक भाजपा पार्षद पति को जिस तरह गोली मारकर हत्या का प्रयास किया गया तथा पटेलनगर क्षेत्र में जिस तरह एक कांग्रेसी नेता पर जानलेवा हमला किया गया वह इस बात का सबूत है कि राजधानी दून की सड़कोें पर बदमाशों का ही राज चल रहा है और उनमें पुलिस का कोई खौफ नहीं रह गया है। अभी दो दिन पूर्व एक महिला की निर्माणाधीन बिल्डिंग लाश बरामद हुई और आये दिन लूटपाट की जो घटनाएं हो रही है उससे आम आदमी भयभीत है।
इससे पूर्व अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी के मालिक के घर पर करोड़ों की लूट हुई और चंद रोज पहले प्रेमनगर में एक सर्राफ से 60 लाख की लूट की गयी यह तमाम घटनाएं बदमाशों के बुलन्द हौसलों को बताने के लिए काफी है। यह अलग बात है कि इन एक माह के भीतर घटी कुछ घटनाओं का पुलिस खुलासा भी कर चुकी है लेकिन क्या पुलिस का इन मामलों का खुलासा करना ही काफी है। सवाल यह है कि पुलिस द्वारा आये दिन होने वाली इन वारदातों को रोका क्यों नहीं जा पा रहा है।
क्या दून के पुलिस अधिकारी यह कहकर अपनी ड्यूटी से पल्ला झाड़ सकते है कि बाहरी राज्यों के अपराधी अपराध कर भाग जाते है। ऐसा लगता है कि पुलिस का काम सिर्फ सड़कों पर यातायात संचालन व चालानों तक ही सीमित रह गया है। गम्भीर किस्म के अपराध व अपराधियों तक पुलिस पहुंचना ही नहीं चाहती जबकि बढ़ते अपराधों के कारण आम आदमी जरूर भय के साये में जीने पर विवश है।
यमनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हरेती के पास अल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त एक महिला की मौत तीन घायल।
Thu Oct 17 , 2019