कपकोट। सरयू का जलस्तर अचानक बढ़ने से बागेश्वर ज़िले में रात भर लोग सहमे रहे कि कहीं बाढ़ जैसे हालात न बन जाएं। कपकोट में बारिश से भारी नुकसान की आशंका है। कपकोट विधायक सुरेश गड़िया और एसडीएम नुकसान का जायजा लेने निकले, तो हालात से दो चार खुद हुए। .बागेश्वर के कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने से तरह तरह की आफत खड़ी हो गई है। मौसम विभाग ने अब तक उत्तराखंड में मॉनसून आने की पुष्टि न करते हुए अभी एक दो दिन और प्री मॉनसून की बरसात की बात कही है और इसी दौर में पहाड़ में कहर दिख रहा है। बागेश्वर ज़िले में कई सड़कें प्रभावित या बंद हो गई हैं तो कई जगह बिजली सप्लाई ठप हुई है। सरयू नदी के उफान पर होने से जगह जगह डर, खतरा और आशंकाएं बनी हुई हैं। विधायक भी बारिश के हालात से दो चार हो रहे बारिश के कारण कई स्थानों पर पहाड़ी से मलबा आ गया है, तो कई रास्ते बंद हो गए हैं। बागेश्वर में सरयू नदी उफान पर है, तो पुलों के पास की ज़मीन में कटाव देखा जा रहा है। कपकोट के कई क्षेत्रों में नुकसान की आशंका के बीच आपदा प्रबंधन विभाग और प्रशासन नुकसान के आकलन में लगा हुआ है। कपकोट में 212 मीमी बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के कारण क्षेत्र के कई मोटर मार्गों पर भूस्खलन और मलबा आने से यातायात प्रभावित हो गया है। कपकोट के विधायक सुरेश गड़िया बारिश और मलबे से प्रभावित सड़क पर एक तरह से फंस गए। सड़क पार करने में उन्हें मदद की ज़रूरत पड़ी।कई गांवों से संपर्क टूटने, बिजली और और संचार व्यवस्था ठप होने की खबरें हैं। कई जगह भवनों के टूटने की भी खबरें हैं। बागेश्वर में कहीं पुलों पर नदी नालों का पानी चढ़ रहा है, तो कहीं भवनों तक में घुस गया। यह तस्वीर बागेश्वर के खेल स्टेडियम की है, जहां पहली ही बरसात में पानी इस तरह भर गया।