देहरादून: देहरादून के घंटा घर ,धारा चौकी के सामने बने यम.डी .डी .ए .पाथ पर सरकारी धन की बर्बादी खुलेआम हो रही है । इन्हीं से सीखे सरकारी धन का दुरूपयोग करना ।क्योँ की इस तहर के इंजीनियर सीखाते सरकार ऋण ले हम घी पीयें। इतने बड़े कॉम्प्लेक्स में गलत निर्माण की गई नाली से मलमूत्र बह रहा है। एक बार जब सी सी कार्य सीढ़ियों तक के कर दिया तो आगे कार्य उसी के ऊपर इतनी महंगी घटियापन की सामग्री से कार्य कराने का कारण आम आदमियों के गले से उत्तर नहीं रहा पत्थरों के टुकड़ों की जगह सीसी क्यूब लगारहे हैं जो क्वालिटी दिखाई देरही है वह 10000 हजार आदमियों के चलने पर उखड़ ,टूट कर चलने वाले कि मुसीबतों को न्योता दे रहा है ।कई जगह सरियों के साथ पीसीसी के ऊपर सी सी कार्य सी सी क्यूब लगरहे हैं इनकी जगह चेकएल्ड खुरदरी क्यूब लगा कर चलने वाले केलिये सुरक्षा प्रदान कर सकते है ।परन्तु इनके ऊपर नियंत्रण नाम की कोई नियम क़ानून नाम की बस्तु नहीं है । जिससे धन का दुरुपयोग साफ़ दिखाई देरहा है ।इंजीनियरिंग का उद्देश्य कम खर्चे में ज्यादा कार्य करना होता है नाकि ज्यादा खर्चे में कम काम करना है।यह उत्तराखंड के विकास में निर्माण कार्य की असलियत दिखा कर बताया जारहा है । जब सरकार के नाक के नीचे यह सब होरहा है।प्रदेश के विकास पुरुष कुछ अभियंता इन्हीं का तो अनुसारण करने को आतुर हैं। कि यम.डी .डी .ए .से सीखे सरकारी धन का दुरूपयोग कैसे करना है ।यह अन्य जगह पर होना स्वाभाविक है ।इसके नियंत्रण में सरकार को कार्यवाही करने की मांग जनता कर रही है।
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Sat Sep 29 , 2018