ऋषिकेश : मुखर्जी मार्ग बाजार में देर रात भीषण अग्निकांड में आधा दर्जन व्यापारियों का लाखों का माल जलकर स्वाहा हो गया। दमकल दस्ते ने किसी तरह आग पर काबू पाकर बाजार में आग फैलने से बचाई।
मंगलवार रात्रि करीब 10:30 बजे मुखर्जी मार्ग पर पंजाब सिंध क्षेत्र धर्मशाला के आगे एक भवन में भीषण आग लग गई। इस भवन की निचले तल पर चार व्यापारियों की दुकानें हैं। ऊपरी तल पर कुछ परिवार व व्यापारियों के गोदाम हैं।
आग इतनी जबरदस्त थी कि किसी को संभलने का भी मौका नहीं मिला। दूसरे ताल पर गोदाम वाले हिस्से में लगी भीषण आग ने देखते ही देखते इतना भयंकर रूप ले लिया कि आग पर काबू पाना भी मुश्किल हो गया। सूचना पाकर दमकल दस्ता मौके पर पहुंचा।
दमकल की दो गाड़ियां से पानी का छिड़काव किया गया, मगर तब भी आग नहीं बुझ पाई। आसपास के सभी हाइड्रेंट बंद होने के कारण दमकल के वाहनों को पानी भरने के लिए वापस दमकल कार्यालय जाना पड़ा। कुछ देर बाद समीप ही गोपाल मंदिर का हाइडेंट खोला गया, जिससे पाइप जोड़कर आग को बुझाने का प्रयास किया गया।
इस बीच दमकल के दो और वाहन पानी लेकर पहुंचे मगर आग तब तक इतना भीषण रूप धारण कर चुकी थी कि भवन के ऊपरी हिस्से में भीषण आग की लपटें बाहर आने लगी। आग की भीषणता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि सड़क पर मौजूद लोग भी आग की लपटों की जलन को महसूस कर रहे थे।
ऐसे में दमकल दस्ते को भी बिल्डिंग में लगी आग को बुझाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। ऋषिकेश का प्रमुख बाजार होने के कारण मुखर्जी मार्ग पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना पाकर आसपास के दुकानदार भी अपनी दुकानों का हाल जानने बाजार पहुंचे। गनीमत रही कि आग को बढ़ने से पहले ही दमकल दस्ते में आग पर काबू पा लिया।
करीब साढ़े दस बजे भड़की आग पर रात्रि करीब पौने 12 बजे पूरी तरह से काबू पा लिया गया था। जिस बिल्डिंग में यह आग लगी उसके दूसरे हिस्से में कई परिवार निवास करते हैं। आग को भड़कता देख सभी लोगों ने अपने आवास खाली कर दिए और सड़क पर चले आए। देर रात तक बाजार में आग लोग भयभीत थे।
एसडीएम व सीईओ को घेरा
देर रात मुखर्जी मार्ग पर लगी भीषण आग की सूचना पाकर पुलिस क्षेत्राधिकारी व उप जिलाधिकारी हरिगिरी भी मौके पर पहुंचे। भीड़ ने दोनों अधिकारियों को घेर दिया। भीड़ का गुस्सा इस बात को लेकर था कि अग्नि शमन के लिए दमकल के वाहनों को वापस क्यों जाना पड़ रहा है शहर भर के हाइडेंट प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली के कारण काम नहीं कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश नगर क्षेत्र में करीब दो दर्जन से भी अधिक हाइड्रेंट बने हुए हैं, मगर अतिक्रमण के चलते अधिकांश हाइड्रेंट अभी भी बंद पड़े हैं या उनका कुछ पता ही नहीं है। इस संबंध में गर्मियों के काल में दमकल विभाग व जल संस्थान कई बार व्यापारियों को नोटिस भी भेज चुका है मगर यह कार्यवाही सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह पाती है। कभी हाइड्रेंट को खोलने की भरसक कोशिश नहीं की गई।
भीड़ से भी हुई दिक्कत
मुखर्जी मार्ग पर देर रात बिल्डिंग में लगी आपको बुझाने में दमकल दस्ते को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दरअसल आग लगने के बाद यहां इस कदर भीड़ उमड़ आई थी की दमकल के वाहनों को भी आने जाने के लिए जगह नहीं मिल पाई। दमकल कर्मियों को अग्निशमन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
भीड़ में भी मदद और बचाव के लिए कम लोग थे, जबकि मोबाइल पर फोटो खींचने और वीडियो बनाने वालों की संख्या बहुत अधिक थी। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को तितर-बितर कर अग्निशमन का काम शुरू करवाया। आसपास के दुकानदार आग को लेकर इतने खौफ में आ गए कि उन्हें निजी टैंकर भी मौके पर बुलाने पड़े। दुकानदारों ने निजी टैंकरों की मदद से अपनी दुकानों के आसपास पानी का छिड़काव कराया, ताकि आप उनके प्रतिष्ठानों की तरफ न बढ़े।
एक कर्मचारी घायल
मुखर्जी मार्ग पर देर रात अग्निशमन के कार्य में जुटा एक कर्मचारी सीढ़ियों से गिरकर घायल हो गया, जिसे देर रात राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। फिलहाल इस बात का पता नहीं चल पाया है कि कर्मचारी दमकल दस्ते से संबंधित है या दुकानदारों का निजी कर्मचारी है। कर्मचारी बिल्डिंग में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल दस्ते के साथ सीढ़ियों पर चढ़ा था, जहां से वह फिसल कर सड़क पर आ गिरा। उसके सिर में गंभीर चोट आई है।
युवक छत से गिरा
मुख़र्जी मार्ग बाजार में स्थित एक भवन में लगी आग बुझा रहे फायर कर्मियों का सहयोग कर रहा एक युवक छत से गिरकर घायल हो गया। बाजार में स्थित भवन के ऊपर लगी आग को जब फायर ब्रिगेड की कर्मचारी बुझा रहे थे तो स्थानीय नागरिकों इस कार्य में सहयोग कर रहे थे। इस बीच छत पर खड़ा अमृत परिहार (33) पुत्र जेठू जुगटा मूलनिवासी प्रगति नगर देवचुली नगर पालिका लुम्बनी अंचल नेपाल नीचे गिर कर घायल हो गया। युवक लक्ष्मण झूला रोड स्थित एक होटल में काम करता है। घायल को तत्काल 108 सेवा से राजकीय चिकित्सालय लाया गया ।जहां उसकी हालत गंभीर बनी है।