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Pahado Ki Goonj

 जयपुर DST वैस्ट की बड़ी कार्रवाई

दो-दो हजार के इनामी बदमाश गिरफ्तार, पुलिस ने अब्दुल मजीद और शकीरा बानो गिरफ्तार, दोनों पति-पत्नी 2008 से चल रहे थे फरार, वैशाली नगर के एक मामले में चल रहे थे फरार।

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 #गुलाबपुरा: रास्ते के विवाद को लेकर गुटों में झगड़ा

झगड़े में 6 लोग हुए घायल, आगूचा के निकट लक्ष्मणपुरा का है मामला, 5 घायलों का भीलवाड़ा व 2 का गुलाबपुरा CHC में इलाज जारी, सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुछ लोगों को लिया हिरासत में

Jaipur: किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे गांधी सर्किल, हजारों की तादाद में मीणा समर्थक कर रहे इंतजार, किरोड़ी लाल मीणा कर रहे सर्मथकों को संबोधित

: किरोड़ी मीणा के काफिल में हादसा, 5-6 गाड़ियां भिड़ी आपस में, पुलिस प्रशासन मौके पर मौजूद, हालांकि हादसे में नहीं आई किसी को भी चोट

एक भी विधायक सरकार से नाराज नहीं। ढाई साल में 64 प्रतिशत चुनावी वायदे पूरे।

तो अब गांधी परिवार राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रतिद्वंदी नेता सचिन पायलट के बीच किस बात की सुलह करवाएगा?

कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष ताम्रध्वज साहू के छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान हो रहा है।

राजस्थान के सियासी संकट पर राहुल गांधी के साथ अजय माकन की बैठक।
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सब जानते हैं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रतिद्वंदी नेता सचिन पायलट के बीच राजनीतिक खींचतान है। इस खींचतान को देखते हुए ही कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे गांधी परिवार ने सुलह कमेटी भी बनाई है। गांधी परिवार के निर्देश पर प्रदेश् प्रभारी महासचिव अजय माकन ने 28 व 29 जुलाई को जयपुर में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों से मिलकर राय जानी। दो दिन की रायशुमारी के बाद माकन ने कहा कि एक भी विधायक सरकार से नाराज नहीं है। मंत्रियों में तो त्याग की इतनी भावना है कि वे मंत्री पद छोड कर संगठन में कार्य करने के इच्छुक हैं। अजय माकन गहलोत सरकार को शाबाशी का सर्टिफिकेट देकर रवाना ही हुए थे कि 31 जुलाई को कांग्रेस घोषणा पत्र कमेटी के अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ सरकार के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू जयपुर आ गए। अजय माकन जब विधानसभा में मुख्यमंत्री के कक्ष में बैठकर एक एक विधायक से मिल रहे थे, तब अशोक गहलोत सीएमआर में चुनावी घोषणाओं की क्रियान्विति की समीक्षा कर रहे थे। यही वजह रही कि जब 31 जुलाई को ताम्रध्वज साहू ने बैठक की तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर अपना एक ब्लॉग पोस्ट कर दिया। इस ब्लॉग में गहलोत ने कहा कि गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से 501 वायदे किए थे, इनमें से 321 वायदे अभी तक पूरे किए जा चुके हैं।

यानी 64 प्रतिशत वायदे ढाई वर्ष में पूरे कर दिए हैं। 138 वायदे प्रगतिरत हैं, जिन्हें शीघ्र पूरा कर दिया जाएगा।

अजय माकन और ताम्रध्वज साहू ने कहा कि वे अपनी अपनी रिपोर्ट कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को सौंपेंगे। लेकिन सवाल उठता है कि जब एक भी विधायक सरकार से नाराज नहीं हैं और 64 प्रतिशत चुनावी वायदे पूरे हो गए हैं तो फिर गांधी परिवार अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच क्या सुलह करवाएगा? सीएम गहलोत ने जो रणनीति बनाई उसमें कोई विवाद ही नजर नहीं आ रहा है। पायलट की अब यह बात भी कोई मायने नहीं रखती है कि चुनावी वायदे पूरे नहीं हुए हैं। असल में यह सब गहलोत की रणनीति का हिस्सा है। विधायकों की रायशुमारी और ताम्रध्वज साहू का जयपुर आना भी गहलोत की रणनीति ही है। गहलोत यह दर्शाने में सफल रहे हैं कि 100 से भी ज्यादा विधायक सरकार के समर्थन में हैं। लेकिन जमीनी हकीकत अलग है। जब तक अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सीधा संवाद नहीं होगा, तब तक राजस्थान में कांग्रेस का सियासी संकट खत्म नहीं होगा। विधायकों की रायशुमारी करवा कर गहलोत भले ही अपने पक्ष में हवा बना लें, लेकिन पायलट के समर्थकों में नाराजगी बरकरार हैं। कांग्रेस की राजनीति में पायलट की अनदेखी नहीं की जा सकती है। पायलट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तब बने थे, जब प्रदेश में कांग्रेस के 200 में से मात्र 21 विधायक थे। वर्ष 2008 से 2013 तक अशोक गहलोत ही कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री थे। तब भी प्रदेश में ऐसा ही माहौल बनाया गया था। कांग्रेस की स्थिति इतनी ही अच्छी थी तो चुनाव में कांग्रेस के 21 विधायक ही क्यों चुने गए? सब जानते हैं कि भाजपा शासन में पायलट ने ही संघर्ष किया और 2018 में कांग्रेस को 100 सीटें दिलवाई। कांग्रेस ने भले ही पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया, लेकिन सरकार बनवाने का श्रेय तो पायलट को ही जाता है। अब ऐसा प्रदर्शित किया जा रहा है कि राजस्थान में कांग्रेस को सचिन पायलट की जरूरत नहीं है। जबकि पायलट पहले ही कह चुके हैं कि यदि ऐसे ही हालात रहे तो 2013 की स्थिति हो जाएगी। मौजूदा समय में कांग्रेस संगठन की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले वर्ष से जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी भंग पड़ी है।
साहू के छत्तीसगढ़ में घमासान:
जो ताम्रध्वज साहू जयपुर में आकर गहलोत सरकार के चुनावी वायदों की समीक्षा कर रहे हैं, उन साहू के गृह प्रदेश छत्तीसगढ़ में कांग्रेस में सियासी घमासान छिड़ गया है। साहू छत्तीसगढ़ में गृहमंत्री हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यशैली से नाराज विधानसभा अध्यक्ष और कई मंत्री 31 जुलाई को दिल्ली पहुंच गए हैं।

5असंतुष्ट कांग्रेसी अब गांधी परिवार से मुलाकात कर मुख्यमंत्री की शिकायत करेंगे।
राहुल के साथ बैठक:
राजस्थान में सरकार और संगठन के साथ सब ठीक चल रहा है इसका सर्टिफिकेट भले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ले लिया हो, लेकिन 1 अगस्त को रात 8 बजे राहुल गांधी के साथ प्रदेश प्रभारी अजय माकन की एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है। जानकार सूत्रों के अनुसार इस बैठक में माकन अपने तीन दिवसीय राजस्थान दौरे की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि गहलोत के प्रतिद्वंदी नेता सचिन पायलट पिछले एक सप्ताह से दिल्ली में ही डेरा जमाए हुए हैं। सूत्रों की मानें तो पायलट का गांधी परिवार से लगातार संपर्क बना हुआ है। पायलट ने भी राजस्थान की स्थिति से गांधी परिवार को अवगत करा रखा है। राहुल गांधी के साथ होने वाली बैठक को राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आला हजरत से जुड़े सलमान मियां ने की CM योगी से मुलाकात, विवाद बढ़ा

उत्तर प्रदेश के बरेली की दरगाह आला हजरत से जुड़े सलमान मियां ने कांग्रेस नेता मेहंदी हसन के साथ मिलकर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से मुलाकात कर राजनीति को नई हवा दी है. सीएम योगी से मुलाकात के बाद सलमान मियां और मेहंदी हसन का फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सीएम योगी से मुलाकात के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही आला हजरत खानदान के बीच एक बार फिर सार्वजनिक विवाद शुरू हो गया है.

जुमे की नमाज से पहले आला हजरत खानदान के सबसे बड़े बुजुर्ग मौलाना मन्नानी मियां की बताई जा रही ऑडियो वायरल हुई है. कथित तौर पर उस वायरल ऑडियो में मौलाना मन्नानी मियां काजी उल कुजात और उनके दामाद की जमकर मुखालफत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज मेरे भाई ताजुश्शरिया होते तो उन्हें बहुत अफसोस होता. तौकीर मियां ने गलती की तो हमने उनकी भी खिलाफत की थी. जो हक से दूर जाएगा उसको हम हक पर लाने की कोशिश करेंगे. उन्होंने तालीम पर भी सवाल उठाए हैं. आबिद की तरह सलमान को लाल बत्ती दिलाने के लिए यह सब किया जा रहा है. मन्नानी मियां ने कहा कि मैं तेरा चाचा हूं इसलिए नाराज हो रहा हूं.

वायरल ऑडियो में यह भी कहा गया है कि मियां ने कौम को बेच डाला है. ऐसे युवक से मुलाकात की जिसको तुम्हारे वोट की जरूरत नहीं है. सलमान बिना असजद मियां के इजाजत के सीएम योगी से मिले. वायरल ऑडियो में यह बात भी कहीं गई है कि काजी उल हिन्दुस्तान के पद से असजद मियां इस्तीफा दें. जमात रजा मुस्तफा संगठन को भंग करके तमाम दस्तावेज खानदान के लोगों को सौपें.

जबकि जमात रजा-ए-मुस्त्फा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां ने इसे सामान्य मुलाकात बताया है. उन्होंने कहा कि फैजाबाद में एक मदरसा और पैगंबर-ए-इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वाले नरसिंहानंद के मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलना हुआ है. हमने उनके समक्ष मस्जिद और मदरसों की सुरक्षा, मुस्लिम युवाओं को झूठे मामलों में फंसाए जाने का मामला रहा।

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1 अगस्त 2021 के मुख्य समाचार*

🔸केरल में लगातार पांचवें दिन आए 20 हजार से अधिक नए मामले, 80 मरीजों की मौत

🔸देश में अब तक 46.72 करोड़ से ज्यादा लोगों की दी गई कोविड टीके की खुराक

🔸कर्नाटक में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,987 नए मामले, 37 मरीजों की मौत

🔸चीन में और क्षेत्रों तक पहुंच सकता है कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप : अधिकारी

🔸संसद की कार्यवाही निर्धारित समय का 17 प्रतिशत चली, 133 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ: सरकारी सूत्र

🔸केंद्रीय मंत्री नकवी बोले- कानून से ‘तीन तलाक’ के मामलों में आई कमी

🔸सैन्य वार्ता: भारत की दो टूक- हॉट स्प्रिंग, गोगरा और अन्य टकराव के पॉइंट खाली करे चीन

🔸सीपीसी है ‘सर्वेसर्वा’, आधुनिकीकरण की प्रक्रिया को तेज करे चीनी सेना : शी चिनफिंग

🔸बंगाल चुनाव में हार के बाद BJP को बड़ा झटका, बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने किया राजनीति छोड़ने का ऐलान

🔸असम-मिजोरम सीमा विवादःसीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर FIR, बोले- “तटस्थ एजेंसी” को क्यों नहीं सौंपी जा रही जांच

🔸उत्तर और मध्य भारत के लिए अगले 4 दिन भारी, तेज बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी

🔸मारा गया पुलवामा हमले का मास्टर माइंड सैफुल्ला, देता था आतंकियों को ट्रेनिंग

🔸योगी सरकार की गैर जरूरी खर्चों पर चली कैंची, अफसरों की महंगी हवाई यात्रा से लेकर नए वाहन खरीद पर प्रतिबंध

🔸जापान, थाइलैंड और मलेशिया में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट का कहर, अमेरिका में एक लाख नए केस

🔸धनबाद के जज उत्तम आनंद की हादसे में हुई मौत या साजिश? CBI करेगी जांच, सीएम हेमंत सोरेन ने दिए आदेश

🔸Tokyo Olympics 2020 : भारत लौटकर मैरी कॉम ने देशवासियों से माफी मांगी, ओलंपिक में धोखाधड़ी का लगाया आरोप

🔹Tokyo Olympics: आयरलैंड की हार से भारत को फायदा, क्वार्टरफाइनल में पहुंची महिला हॉकी टीम

🔹Tokyo Olympics: सेमीफाइनल में ताई जू यिंग से हारीं पीवी सिंधु, अब कांस्य के लिए खेलेंगी

🔹Tokyo Olympics: इलेन थॉम्पसन बनीं 100 मीटर की चैंपियन, लगातार दूसरी बार जीता गोल्ड, जमैका का क्लीन स्वीप।

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हाईकोर्ट ने जबरन धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करने वाले आरोपी की जमानत अर्जी की खारिज, कहा- धर्म के ठेकेदारों को अपने में सुधार लाना चाहिए*

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साजिश के तहत हिन्दू लड़की का अपहरण कर धर्म परिवर्तन कराने और उससे जबरन निकाह करने के मामले में अहम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने अपहरण, षड्यंत्र और धर्मांतरण कानून के आरोपी की जमानत अर्जी खारिज कर दी है. हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि संविधान प्रत्येक बालिग नागरिक को अपनी मर्जी से धर्म अपनाने और पसंद की शादी करने की आजादी देता है. इस पर कोई वैज्ञानिक रोक नहीं है. कोर्ट ने कहा कि संविधान सबको सम्मान से जीने का भी अधिकार देता है. सम्मान के लिए लोग घर छोड़ देते हैं और धर्म बदल लेते हैं. ऐसे में धर्म के ठेकेदारों को अपने में सुधार लाना चाहिए.

कोर्ट ने इच्छा के विरुद्ध झूठ बोल कर धर्मांतरण कराकर निकाह करने वाले जावेद उर्फ जाविद अंसारी को जमानत पर रिहा करने से इनकार कर दिया. दरअसल पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया था कि सादे व उर्दू में लिखे कागज पर दस्तखत कराते गये. याची पहले से शादीशुदा था, झूठ बोला और धर्म बदलवाया. बयान के समय भी वह डरी सहमी दिखी. कोर्ट ने अपहरण, षड्यंत्र व धर्मांतरण कानून  के आरोपी की जमानत अर्जी खारिज कर दी. यह आदेश जस्टिस शेखर कुमार यादव ने दिया.

याची का कहना था कि दोनों बालिग है और उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म बदलकर शादी की है. धर्मांतरण कानून लागू होने से पहले ही धर्म बदल लिया गया था, लेकिन पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि वह 17 नवंबर 2020 शाम 5 बजे जलेसर बाजार गयी थी. वहां कुछ लोगों ने उसे जबरन गाड़ी में डाल लिया. दूसरे दिन जब कुछ होश आया तो वकीलों की भीड़ में कड़कड़डूमा कोर्ट में पाया। वहीं कागजों पर दस्तखत लिए गए. 18 नवंबर को धर्मांतरण कराया गया. फिर उसे कई जगहों पर ले गये. 28 नवंबर को निकाह कराया गया. मौका मिलने पर पुलिस को बुलाया और 22 दिसंबर को पीड़िता को पुलिस ने बरामद किया था.

 

मध्यप्रदेश के मंत्री ने महंगाई के लिए नेहरू को ठहराया जिम्मेदार, कांग्रेस का पलटवार

मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने देश में महंगाई समस्या को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की देन बताते हुए उनपर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि महंगाई की समस्या एक या दो दिन में नहीं पैदा होती. 15 अगस्त, 1947 को लाल किले से जवाहरलाल नेहरू के दिए गए भाषण की गलतियों से देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई.

विश्वास सारंग देश में बढ़ती महंगाई और कीमतों पर कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन करने पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. भोपाल में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद अर्थव्यवस्था को पंगु बना कर महंगाई बढ़ाने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वो नेहरू परिवार है. महंगाई एक-दो दिन में नहीं बढ़ती. अर्थव्यवस्था की नींव एक-दो दिन में नहीं रखी जाती है. 15 अगस्त, 1947 को लाल किले की प्राचीर से जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिए गए भाषण की गलतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ गई.

उन्होंने कहा कि दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 7 वर्षों में देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है. सारंग ने कहा कि बीजेपी सरकार ने गरीबों के कल्याण और अर्थव्यवस्था में उनकी भागीदारी के लिए योजनाएं शुरू की हैं जबकि कांग्रेस के शासन के दौरान अर्थव्यवस्था कुछ उद्योगपतियों के हाथ में थी. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी शासन के दौरान महंगाई कम हुई है और लोगों की आय बढ़ी है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को 10 जनपथ के सामने विरोध-प्रदर्शन करना चाहिए.

शिवराज सरकार में मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने विश्वास सारंग की टिप्पणी का उपहास उड़ाया. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता के.के मिश्रा ने तंज भरे लहजे में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के योग्य मंत्री विश्वास सारंग 1947 में नेहरू के भाषण को देश की महंगाई के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, तब सारंग का जन्म भी नहीं हुआ था. विभाग के मंत्री के तौर पर क्या सारंग बता सकते हैं कि कोरोना महामारी के दौरान बिस्तरों, ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी के कारण हुई हजारों लोगों की मौत के लिए भी क्या नेहरू जिम्मेदार थे।

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अखिलेश के चाचा शिवपाल ने की CM योगी की तारीफ, बताया ईमानदार, अफसरों पर बरसे*

उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के चाचा व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि वह ईमानदार हैं, लेकिन नौकरशाही में व्यापक भ्रष्टाचार चरम पर है. इसी कारण जनता परेशान हो चुप्पी साधे हुए है, जिसका जवाब चुनाव में मिलेगा.

प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने अपने निर्वाचन क्षेत्र जसंवतनगर की ताखा तहसील परिसर में ऑक्सीजन प्लांट का शिलायंस करने के बाद ये बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार फैला हुआ है. इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर की थी और कहा था आप तो ईमानदार हैं, लेकिन नौकरशाही में भ्रष्टाचार फैला हुआ है. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र ताखा में भी कई अधिकारी बिना पैसे लिए काम नहीं करते है. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि ताखा में तहसीलदार खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं. अगर सुधार नहीं किया तो वह क्षेत्र की जनता के साथ धरने पर बैठ जाएंगे. उन्होंने लोगों से वैक्सीन जरूर लगवाने की अपील की.

उन्होंने समारोह में मौजूद एसडीएम सत्यप्रकाश मिश्रा से कहा कि आप तो सही है लेकिन तहसीलदार को भी सही करें. अगर उन्होंने जनता का आर्थिक शोषण बंद नही किया तो वे खुद तहसील पर क्षेत्र की जनता के साथ धरने पर बैठ जाएंगे चाहे फिर जेल ही क्यों न जाना पड़े. लेकिन जनता के हित की लड़ाई वह लड़ते रहेंगे. उन्होंने कहा कि विद्युत एसडीओ ताखा भी क्षेत्र में जनता का शोषण कर रहे हैं. वह भी अपनी आदत सुधार लें अन्यथा वह मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर शिकायत करेंगे. उन्होंने कहा कि अपनी सरकार में ताखा में तहसील और सीएचसी की सौगात दी थी. जनता को उसकी फसल का पूरा एमएसपी दिया था. लेकिन वर्तमान सरकार किसानों को उनकी फसल का वाजिव दाम तक नहीं दे पा रही है. जनता मौन है, लेकिन सब जान रही है और इसका जबाब वह आने वाले चुनाव में देंगी।

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दुष्कर्म की सजा काट रहे शख्स से शादी की जिद पर अड़ी पीड़िता, अनुमति के लिए पहुंची हाईकोर्ट।

केरल के कोट्टियूर की एक बलात्कार पीड़िता ने उस व्यक्ति से शादी करने की अनुमति के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख किया है जिसने उससे दुष्कर्म किया था. व्यक्ति अभी 20 साल जेल की सजा काट रहा है. घटना के समय महिला नाबालिग थी और बाद में उसने एक बच्चे को जन्म दिया. उसने पूर्व पादरी को जमानत पर रिहा करने का अनुरोध किया है.

रोबिन वडक्कुमचेरी को 2019 में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण कानून के तहत मामलों की सुनवाई करने वाली अदालत ने दोषी ठहराया था. इसके बाद महिला अपने बयान से पलट गयी और दावा किया कि दोनों के बीच सहमति से संबंध बने थे.

केरल उच्च न्यायालय ने वडक्कुमचेरी की एक याचिका को ठुकरा दिया जिसमें उसने पीड़िता से शादी करने के लिए जमानत का अनुरोध किया था. उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि निचली अदालत का यह निष्कर्ष कि बलात्कार के समय पीड़िता नाबालिग थी, अब भी लागू है और आरोपी की दोषसिद्धि के खिलाफ अपील अभी भी उसके समक्ष लंबित है. उच्च न्यायालय ने कहा था कि निचली अदालत के फैसले के बरकरार रहने पर पक्षकारों को शादी करने की इजाजत देने का मतलब शादी को न्यायिक मंजूरी देना होगा.

शीर्ष अदालत ने 13 जुलाई 2018 को कोट्टियूर बलात्कार मामले में नाबालिग और तत्कालीन कैथोलिक पादरी से जुड़े आरोपों को बहुत गंभीर करार दिया था. न्यायालय ने मामले की सुनवाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।

साभार

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