- उत्तराखंड रक्षा अभियान की मुहिम को आगे बढाते हुए डी. यम. रूदप्रयाग को दिया पत्र कि रूदप्रयाग, अगस्त्यमुनी केदार नाथ मार्ग पर बुच्चड खाने, शराब खानों पर माननीय न्यायालय ने प्रतिबंध लगाया है। जिसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है।बाहरी मुस्लिमों द्वारा साजिशन ईश्लामीकरण की गतिविधियों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रूदप्रयाग ,अगस्मुनी में जो कि मंदाकिनी के तट पर महर्षि अगस्त्य की तपस्थली में मस्जिद मकबरे बनाने का दुस्साहस किया जा रहा है यह देवभूमि ऊत्तराखंड की संस्कृति परंपराओं हिदु धर्म के खिलाफ है। जिसपर ब्रिटिश काल से ही प्रतिबंध लगा है। टिहरी राजा के शासन काल में हरिद्वार से उपर मुस्लिमों को किसी भी प्रकार से ईश्लाम के प्रचार प्रसार पर पूर्ण प्रतिबंध है, जो कि बाहरी मुस्लिमों द्वारा साजिशन ईश्लामीकरण की गतिविधियां की जा रही है जिससे कि देवभूमि ऊत्तराखंड में एक बड़ा संघर्ष हो जायेगा,, अगस्त्यमुनी में मुस्लिम नाई द्वारा छोटे बच्चों से दुष्कर्म तथा लव जेहाद के मामलों को डी. यम. रूदप्रयाग के सामने उठाया,, जब कोई हिन्दू बद्री केदार चार धामों की यात्रा पर आते हैं। जो दो माह पहले ही लहसुन प्याज का सेवन करना बंद कर देते हैं, जब इन मार्गों पर गुजरते हैं जगह जगह मुस्लिमों के हलाल के बुच्चड खाने दिखाई देते हैं तो उनकी आस्था विश्वास को ठेस पहुंचती है,, बाहरी मुस्लिमों द्वारा वोटर आई डी बनाकर जनपद रूदप्रयाग का निवासी बनना उत्तराखंड के अमन चैन के लिए गम्भीर खतरे की घंटी है ।जिसकी जांच कर तत्काल नागरिकता खत्म की जानी चाहिए।उत्तराखंड रक्षा अभियान, हरीकिशन किमोठी
मुख्यमंत्री से मलेशिया के राजदूत ने
Mon Oct 9 , 2017