ग श्रेणी के पोर्टल स्वामी अपने असहमति पत्र वापिस नहीं लेते हैं तो वह सूचीवद होने से रह सकते हैं।
देहरादून ,आशीष नेगी सह मीडिया प्रभारी,उत्तराखंड वेब मीडिया एसोसिएशन ने दिनांक 4 नवम्बर को पत्रकारों की एक संयुक्त आहूत बैठक की विज्ञप्ति में कह कि सूचना विभाग के बाहर संयुक्त पत्रकारों के संघठन ने एकजुटता का परिचय दिया जिसमें अलग अलग संगठनों से पत्रकार भी उपस्थित हूए । पत्रकारों ने बताया कि पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीडन के खिलाप सभी प्रिंट व वेब मीडिया के पत्रकार साथी एक साथ और एक मंच पर हैं ।बैठक में निर्णय लिया गया कि हमारी पूर्वत मांगे जो संलग्न मांग पत्र के आधार पर 6 नवम्बर तक वह सभी मांगें सूचना विभाग द्वारा नही मांगी गई तो दिनांक 7 नवम्बर से सभी पत्रकार साथी मिलकर उग्र आंदोलन करेंगें । वहीं इन्हीं मांगों के साथ साथ वेब पोर्टलों की टैंडर प्रक्रिया के आधार पर जारी क, ख, एवं ग श्रेणियों के सभी पोर्टलों को राज्य स्थापना दिवस का विज्ञापन किया जाए । यदि 6 नवम्बर तक इन सभी बिंदुंओ पर सूचना विभाग अपनी मुहर नहीं लगा देती । संयुक्त पत्रकार समूह स्थपना दिवस के अवसर पर भीख मांगकर अपना आक्रोश प्रकट करेंगें । पुरानी मागे हैं
पोर्टल को विज्ञापन मिलने बन्द तब होंगे जब तक नये पोर्टल सूचिवद्ध के लिये अनुबन्द नहीं करते हैं। सब के क्योंकि जिनके अनुबंध नहीं है।उनको विज्ञापन चलाने में कोई चूक होती है तो उसकी गलती पर वह उसकी जमानत फॉर्फ़ीट कर सकती है। वह विभाग से अनुबंधित है।
पोर्टल की क ओर ख श्रेणी के साथ ग श्रेणी के पोर्टल कैसे सूची वद होंगें?
इस श्रेणी के पोर्टल के लिए सूचीवद का प्रश्न यह है कि ग श्रेणी वाले तीन पोर्टल के स्वामीयो ने कम दर पर विज्ञापन चलाने के लिए अपनी सहमती महानिदेशक सूचना को देदी दी है। यह अलग अलग यूनियन के चलते होता है ।यानि उन्होंने अनुवन्ध कर विज्ञापन चलाना है ।बाकी पोर्टल के स्वामियों ने इनके रेट पर कार्य नहीं करने की अपनी असहमंती देदी है। यदि असहमति पत्र वापिस नहीं लेते हैं।तो इसका व्यवहारिक पहलू यह है कि इनको इस दर पर विज्ञापन नहीं चाहिए । तो इनको अब इस वर्ष सूची वद नहीं किया जाता सकता है। विभाग के विवेक पर कार्यवाही अब होनी है । विभाग ने तीनों श्रेणी के लिए एक ही विज्ञप्ति निकाल रखी है । क,ओर ख, साथ में ग श्रेणी के पोर्टल भी सूचिबद्ध होने पर सब को विज्ञापन मिलेगा ।इसके बारे में टेंडर के आधार पर जानकारी यह है कि जिन्होंने कम दर पर विज्ञापन चलाने का काम नहीं करने के लिए लिख कर दिया है वह अपना पत्र विभाग से वापसी ले सकते हैं। य विभाग इनको एकबार फिर मौका दे सकता है कि यदि आप ग श्रेणी में कम दर पर विज्ञापन चलना चाहते हैं तो अपनी आसहमति वापिस ले। यह टेंडर के अनुसार वितीय अनिमितताओं का मामला है ।इस बात को पत्रकारों साथियों को समझनी चाहिए। बैठक में इन पत्रकारों ने हिस्सा लिया । शिव प्रसाद सेमवाल अध्यक्ष
अरुण प्रताप सिंह, ग्रीश पंत,संजीव पंत संयोजक
राजेन्द्र भट्ट राजेश शर्मा,प्रदीप चौधरी,विकास गर्ग महासचिव,गिरीश गैरौल स्वप्निल सिंह ।सोमपाल सिंह,जगमोहन सिंह मौर्य,आशीष नेगी,,दयाशंकर पांडेय,अमित सिंह नेगी,
बृजेश कुमार, जी सी जोशी,संदीप जंडोरी,हरप्रीत सिंह
हरीश शर्मा ,डॉ वी डी शर्मा, अध्यक्ष ,मनोज इष्टवाल उपाध्यक्ष,आलोक शर्मा महामंत्री ,अरुण कुमार मोंगा महामंत्री,अफरोज,अनिल शाह,अफरोज खां
अमित अमोली,आलोक शर्मा महामंत्री, संयोजक,दीपक धीमान संगठन मंत्री नैथानी, पवन नैथानी,भगवान सिंह चौहान, आशीष भट्ट,मोहम्द आसिफ,हरीश मैखुरी आदि सम्मलित हुये।