साइंटिफिक-एनालिसिस
भारत का लोकतन्त्र धीरे-धीरे खत्म हो रहा हैं यह सभी बोलकर अपना उल्लू सीधा करते हैं | पहली बार अचूक संघर्ष अखबार के माध्यम से साइंटिफिक-एनालिसिस को पढकर जाने कि लोकतन्त्र को खत्म होने से बचाने के लिए करना क्या होगा?
राष्ट्रपति को एक सांसद ने “रबर स्टैम्प” कह दिया तो उन्होंने अपने सचिवालय के माध्यम से बयान जारी करा नाराजगी जता दी ….. संसद में करीबन 30 से ज्यादा सांसदों ने उस सांसद के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दे दिया | दुबारा ऐसा न हो इसका जवाब किसी के पास नहीं. …. आज महिला दिवस पर राष्ट्रपति को आपके साइंटिफिक-एनालिसिस की तरफ से सिर्फ जुबानी बधाई नहीं इस सार्वजनिक प्रकाशन के रूप में एक उपहार भी ताकि आने वाले समय में उनको कोई रबर स्टैम्प न कहें |
Scientific-Analysis On Current News
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परम आदरणीय पत्रकार मित्रो को , सत् युग के पत्रकार भगवान नारद जी की जयन्ती पर उन को शत शत नमन करते हैं और बड़े धूम धाम से हरियाणा आदि राज्यों में उनकी जयन्ती कि मनाई गई। इस पावन अवसर पर पत्रकारों को सम्मानित किया गया है। नारद जी वेवाक् से देवताओं के बीच जाकर सही जानकारी देते थे। आज के समय में चाटुकार मीडियाकर्मी की बल्ले बल्ले हो रही है और सही खबर छप नही रही है झूट को लिखने वाले लोग मजे ले रहे हैं। उस मजा आने की सजा से पत्रकारों की पिटाई, बन्द कर पुलिस के अधिकारी को विरोध करने का ज्ञापन सौंप कर अपने आप को बहुत कुछ समझ रहे हैं जबकि प्रमुख बात हमारी इज्जत को बचाने के लिए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ जो दिखाई नही देता है हमारे पास कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है। संवैधानिक अधिकार से हम को दर किनारा किया हुआ है
लोकतंत्र के चार पिलर में राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट,संसद भवन दिखाई देता है प्रेस का स्तम्भ दिखाई नही देता है
हमने कोरोना काल में ३५० से ज्यादा पत्रकारों को राष्ट्रीय कार्य में भागीदारी करते हुए मरते देखा सरकारी कर्मचारी की मृत्यु पर उनको अनुग्रह राशि दी गई और पत्रकारों को उनके हाल पर छोड़ दिया । इस प्रकार की हृदय विदारक घटना को प्रमुख रूप से प्रकाशित नही किया है देश में २५० से ज्यादा पत्रकारों के संघठन है किसी पत्रकार संघठन ने यह मुदा नही उठाया, हमसे पत्रकारों की अनदेखी सदैव देखते रह नही गया ।
और हमने आपात काल के समय अपने निवास स्थान लिखवार गांव प्रतापनगर टिहरी जनपद हिंदी पत्रिकारिता दिवस से एक दिन पहले २९ मई २०२१ से श्री बद्रीनाथ धाम की विधिवत पूजा एवं प्रेस को संवैधानिक अधिकार देने के लिए ५ जून २०२१ तक धरना प्रदर्शन मोन व्रत किया। इस खबर को देहरादून से प्रकाशित पहाड़ों की गूँज रा oहिo साo समाचार पत्र में प्रकाशित होने के बाद , डॉ शैलेंद्र कुमार विरानी एवं बरिष्ठ वकील मा o अश्वनी कुमार उपाध्याय एवं साथी सहयोग से माo सुप्रीम कोर्ट ने २१ सितम्बर २०२१ को संज्ञान लिया है और २३ नवम्बर २०२१ को माननीय राष्टृपति जी को कार्यवाहीं के लिए भेज दिया ।
इसके बाद ९,१० दिसम्बर २०२१ को मा o प्रधान मंत्री जी ने अमेरिका के राष्टृपति जेo वाइडेंन के द्वारा बुलाये गए वरचुवल सम्मेलन में देश का सच कहा है।
कि हम पत्रकारों को मजबूत करने के लिए और अधिकार देना चाहते है । वह अधिकार लोकतंत्र में संवैधानिक अधिकार ही है ।
जिसे लागू होने पर सही इज्जत मिलेगी। इसके बाद जून २०२४ में गाँधी पार्क देहरादून में धरना दिया। सितम्बर में मृत्यु प्राप्त कर गए पत्रकारों की आत्म शांति के लिए हरिद्वार कुशा घाट में पिण्ड दान किया । प्रेस को संवैधानिक अधिकार कुंभ ६ जनवरी २०२४ की सफलता के लिए परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘१००८’ महाराज , श्री बद्रीनाथ के रावल श्री ईश्वर प्रसाद नंबूरि जी, आदि लोगो ने दी है दि ६ जनवरी २०२४ को प्रेस कुंभ हरिद्वार में सम्पन हुआ, उसके बाद राष्टृपति सचिवालय से संवै धानिक अधिकार देने के सम्बध में पत्र प्राप्त हुआ है कि कार्यवाही होने पर संबधित को अवगत कराया जायेगा । यह लागू करने के बाद आपको काफी अधिकार तो मिलेगा ही। आपके प्रति कानूनी कार्य वाही करने से पहले सरकार से इजाजत लेनी होगी । आप झूठी खबरें नही दिखा सकेंगे , सच्ची खबर को रोक नही सकते।ब्लेक मेलिंग नही कर सकेंगे ऐसे करने पर सजा मिलेगी। सरकार ने पत्रकारों के हित आदेश किये, बिना जांच किये पुलिस इनके उपर कार्य वाही नही करेगी , परंतु जब चाहे वह बन्द कर देते हैं। और पत्रकारों के २५० से ज्यादा संघठन ज्ञापन देने तक सीमित रहते है और जो बन्द कर दिया है उसे बाहर आने के लिए महीनों लग जाते हैं। घर मकान बेच कर कोर्ट कचहरी मे जीवन खपना पड़ रहा है सभी पत्रकारों के संघठन,
लोकतंत्र में मानवता के लिए सचाई उजागर करने , मा प्रधा न मन्त्रि जी से अनुरोध है कि ११० राष्ट्रों के सामने कहे गए सच को पूरा करने की कृपा कीजये।
तब तक प्रेस को
इज्जत पाने के लिए, अपने बैनर पर रोज अवश्य लिखे कि प्रेस को संवैधानिक अधिकार दिया जाय!
सबसे बड़े लोकतंत्र का सच प्रेस को संवैधानिक अधिकार देकर पूरा किया जाय हिंदी पत्रिकारिता दिवस की देश कलम करो को हार्दिक बधाई एवं शुभ कामनाएं