सरकार ने जनता का मनोबल कमजोर करते हुए मरने के लिये मजबूर करदिया
देहरादून जन सेवा में डब्बल इंजन सरकार फेल होने जा रही है जो कारण सरकार को बनाने के लिये जनता ने चुनावों में बीजेपी के झूठे वायदे करने के चलते देखे उससे सबको निराश हाथ लग रही हैं ।बीजेपी ने वायदा किया 15 लाख प्रत्येक नागरिक के खाते में डालेंगे।आज तक नहीं पड़ा ।काला धन लाने में आजतक नहीं लाये ।पेट्रोल सस्ता आरहा महंगे देरहे।प्रत्येक नागरिक का 8,80,000 रुपये बड़े उद्योगपति को ऋण माफी में एकलाख दस हजार करोड़ माफ करदिया।बड़े उद्योगपतियों का करोड़ों रुपये माफ करदिये ।किसानों ने बैंक लोन से फसलों को पैदा किया फसलों को सरकार को दिया उसका 22000 करोड़ वास्तविक देने में देर क्योँ किया जारहा है। लूटने वाले देश लूट रहे या बीजेपी उनको प्रोहत्साहन दे रही ।दुनिया की भूख मिटाने वाले किसानों को रौंदने का काम कर उसे मिटाने का कार्यक्रम करने पर तुली हुई है के नोट बन्दी,GST लागू होने से सरकार के कार्यलय से भुगतान नहीं होरहा जिसके चलते लोगों की बैंक की क़िस्त बच्चों की फीस नहीं जारही है।इस कारण सैकड़ों लोगों जान गई ।सरकार ने अपना होम वर्क किये बगैर gst लागू करदी ।सरकार को प्रत्येक विभाग को लागू करने से पहले gst नम्बर विभागों को बांटने चाहिए थे असल मे जानकारी सरकार के मंत्रियों को है नहीं ।योजनाओं को कराने की एक साथ होड़ लगी है ।वह कष्ट दाई हो रही है ।सरकार की ईसी अज्ञानता के चलते हल्द्वानी के ट्रंसपोर्टर जयप्रकाश पांडे ने प्रधानमंत्री तक अपनी परेशनी दूर कराने केलिये पत्र भेजने पर कार्यवाही नही होने पर जनता दरवार बलबीर रोड पर तेज तर्रार नेता सुबोध उनियाल मंत्री के सामने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की ठान ली।मरना कोई नहीं चाहता।बीजेपी सरकार के गलत कार्य शैली ने जनता को मरने के लिये कायरता के लिये मजबूर कर दिया। बीच यह बयान देना की पार्टी के प्रति साजिश है । व्यपारी सभी परेशानियों से गुजर रहे हैं उत्तराखंड में तो पहले हरीश रावत की सरकार गिराने के चलते विभाग बिलो का भुगतान नहीं कर पाए ।15लाख डब्बल इंजन की सरकार बनाने के चक्कर मे gst लागू करने की जल्द बाजी ने जनता को चक्कर खाने को मजबूर करदिया।नीम पर करेला यह जनता दरवार वे वजह जनता का समय व धन की बर्बादी का रास्ता खोज दिया ।सरकार के मुताबिक उसके दो काम होते हैं 1-रोजगार देना 2-विकास करना यह दोनों कहीं उत्तराखंड में दिखाई नहीं देरहे इससे बीजेपी के नेताओं को भी दुःख है।रही बात जनता को अनुदान देने की अपने कार्यकर्ताओं को 2लाख तो सीधे देरही सरकार ओरो को दस बात का बतंगड़ बना कर बेकोफ़् राज करते हैं।