देहरादून। सूबे की राजधानी देहरादून में लगाए गए कोरोना कर्फ्यू के बीच आम आदमी की पहुंच से फल-सब्जी दूर होते जा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जहां प्रशासन ने अब 10 मई तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दिया है, तो वहीं फल-सब्जी के बढ़े दामों की वजह से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
दून के विभिन्न क्षेत्रों में सब्जी और फल महंगे हो गए हैं। गलियों में रेहड़ी लगाने वाले दुकानदार फल-सब्जी में मनमाने दाम वसूल रहे हैं। बल्लूपुर में फुटपाथ पर कई सालों से कब्जा जमाए फलों की रेहड़ी लगाने वाले दुकानदार ग्राहकों से मनचाहे दाम वसूल रहे हैं. लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
समाजसेवी न्यूकैटरोड निवासी रमेश प्रधान ने कहा कि पहले से ही महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ रखी है, ऊपर से कोरोना कर्फ्यू में सब्जी और फल के दाम आसमान छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि गली-मोहल्लों में ठेले पर सब्जियां बेचने वाले दुकानदार मनमाने दाम वसूल रहे हैं। ऐसे में कोरोना और महंगाई की मार की वजह से उन्हें घर चलाना मुश्किल हो गया है। उनका कहना है कि सब्जियां बहुत महंगी हो गई हैं। खासकर फल के दाम बहुत बढ़ गए हैं। पहले संतरा ₹40 किलो मिलता था, अब वह 80 से ₹100 किलो मिल रहा है। रेहड़ी वाले पपीता ₹70 किलो तक बेच रहे हैं। सेब 240 रुपए किलो खरीदने पर मजबूर हैं। ऐसे में प्रशासन को सब्जी-फल के रेट निर्धारित करने चाहिए।