देहरादून। चुनाव निपटने के बाद भी कांग्रेस और भाजपा एक दुसरे की दुखती रग छेड़ने से बाज नही आ रहे है।राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित भोज के दौरान रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र के साथ काफी बुरा किया गया है। उनके साथ नजदीकी को भी एक अपराध माना जाने लगा था। यह आचरण गलत है। नई सरकार पर ब्यूरोक्रेसी की उलझन पर रावत ने कहा कि राज्यहित में काम करने वाले किसी भी नौकरशाह को कांग्रेस की सरकार से दिक्कत नहीं होगी।रावत ने कहा चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच नहीं था। बल्कि भाजपा और आम जनता के बीच था। इसमें जनता ने कांग्रेस को कहा कि तुम तैयारी करो हम तुम्हारे साथ हैं। बकौल रावत, मैंने 44 विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां की और 22 पदयात्राएं की। करीब 60 विस क्षेत्रों का मेरा फीडबैक यही कहता है कि जनता का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है। गृह मंत्री अमित शाह का मेरे पर घर का न घाट का टिप्प्णी और रक्षा मंत्री की मनमाने तरीके से सीएम बदलने की बयान ने भाजपा के ताबूत पर आखिरी कील भी ठोक दी थी। रावत ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र पर ईमानदारी से काम किया है। इस घोषणापत्र को अपनी महत्वाकांक्षाएं सीमित रखते हुए यदि शत प्रतिशत लागू कर दिया जाए तो आने वाले 20 साल तक कांग्रेस को कोई डिगा नहीं सकता। घोषणापत्र के वादों को पूरा करने के लिए धन की व्यवस्था कैसे होगी? इस सवाल के जवाब में रावत ने कहा कि वर्ष 2014 से वर्ष 2017 के बीच कांग्रेस सरकार ने इसे साबित किया है। बुरे से बुरे हालात के बावजूद कांग्रेस ने राजस्व वृद्धि को रिकार्ड स्तर तक पहुंचाया था। अब भी कांग्रेस ऐसा ही करेगी।