पिथौरागढ। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया के लोगों को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। लोग अपने परिजनों के अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार तक नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में नेपाल निवासी डम्बर सिंह भारत में बैठकर अपने पिता का क्रियाकर्म कर रहा है।
नेपाल के बैतड़ी जिले के बास गांव का रहने वाला डम्बर सिंह धामी तीन माह पूर्व डीडीहाट में मजदूरी करने आया था। लॉकडाउन के चलते भारत में फंसे डम्बर को 13 अप्रैल की सुबह फोन पर उसके पिता जनक धामी (70) की मृत्यु का समाचार मिला।
आनन फानन में डम्बर अपने तीन साथियों के साथ पैदल ही नेपाल जाने को निकल पड़ा। पंरतु लॉकडाउन के चलते डम्बर व उनके साथियों को जौलजीबी से आगे नहीं जाने दिया। नेपाल जाने के लिए डम्बर ने दो दिन काली नदी के किनारे ही गुजार दिए।
नेपाल जाने की कोई संभावना न देखते हुए डम्बर व उसके साथी वापस भागीचैरा के जंगल में दो दिन रहे। इस बीच डम्बर ने जंगल में ही क्रियाकर्म की रस्म अदायगी की।पांचवें दिन डम्बर व उसके साथी डीडीहाट के सानदेव में पहुंचे और अब डम्बर सानदेव के वन विभाग की नर्सरी के एक कमरे में क्रियाकर्म कर रहा है।
लॉकडाउन के कारण सानदेव में क्रियाकर्म के सामान की उपलब्धता न होने की जानकारी मिलते ही यूथ सोसाइटी रोटी बैंक के अध्यक्ष संजय पंत कुछ नेपाली साथियों के साथ सानदेव पहुंचे। डम्बर को क्रियाकर्म का सामान उपलब्ध कराया। 23 अप्रैल को डम्बर के पिता की पीपलपानी का सारा खर्चा रोटी बैंक उठाएगा।
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Tue Apr 21 , 2020