देहरादून। इस भागम भाग जीवन में लोग अवसाद ग्रस्त होने लगे है। जनपद में पांच दिन में आठ लोगों ने जान दे दी। इसमें 30 जुलाई को देहरादून में तीन लोग, एक अगस्त को ऋषिकेश में प्रेमी जोड़े ने व उसी दिन प्रेमनगर में युवा कारोबारी ने दी जान दे दी। शनिवार को दो महिलाओं ने जान दे दी। लगातार सुसाइड की इन घटनाओं से मानसिक रोगियों को लेकर परिजनों में चिंता बनी हुई है।यस पी सिटी श्वेता चैबे ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला का शव प्रीतम रोड संस्कृत महाविद्यालय के पास पेड़ पर लटका हुआ है। पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर महिला का शव नीचे उतारा। इस बीच महिला को लेकर सभी थाना क्षेत्रों को सूचना दी गई। इस पर नेहरू कॉलोनी थाने में महिला की गुमशुदगी दर्ज होने की बात पता चली।
परिजनों को मौके पर बुलाया तो महिला की शिनाख्त बसंती देवी (59) पत्नी जगत सिंह ठाकुर निवासी नैनी सैनी, पिथौरागढ़, हाल नेहरू कॉलोनी के रूप में हुई। महिला के पुत्र रोशन सिंह ठाकुर व बहू निर्मला ठाकुर ने पुलिस को बताया कि वह काफी समय से मानसिक तनाव में थीं। दून के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। शुक्रवार देर रात ढाई बजे महिला ने पति को फोन किया था। महिला घर से ही साड़ी भी साथ ले गई थी। इसके बाद साड़ी के फंदे में पेड़ पर झूल गई।
वही तनाव में चल रही विवाहिता पंखे से झूली वसंत विहार क्षेत्र के पितांबरपुर में एक विवाहिता ने पंखे से लटक कर जान दे दी। पुलिस के अनुसार भावना थापा (35) पत्नी विशाल थापा निवासी पिताबरपुर, पिछले कुछ सालों से मानसिक तनाव में चल रही थीं। भावना का पति विशाल थापा गुजरात में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है। शुक्रवार को भावना थापा अपने दो बच्चों के साथ कमरे में सो रही थी। रात को करीब दो बजे के बाद महिला पंखे से लटक गई।
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Sun Aug 4 , 2019