मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी में नगर निगम पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को पलीता लगा रहा है। निगम द्वारा संचालित सार्वजनिक शौचालयों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही सैलानियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि स्थानीय लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। वहीं, सफाई न होने के लिए पानी की समुचित व्यवस्था न होना बताया जा रहा है। मसूरी के सुवाखोली क्षेत्र में नगर पालिका का एकमात्र सुलभ शौचालय है, जो इन दिनों विभाग की लापरवाही के चलते बदहाली के आंसू रो रहा है। जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को खासी परेशानी हो रही है। लोगों का कहना है कि सफाई न होने से शौचालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। साथ ही दुर्गंध से लोगों का जीना दूभर हो गया है। ऐसे में स्थानीय लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। वहीं, सफाई न होने के लिए पानी की समुचित व्यवस्था न होना बताया जा रहा है। स्थानीय निवासी जयपाल सिंह ने बताया कि यहां आने वाले पर्यटक शौच के लिए या तो खुले में जाते हैं या आस-पास के घरों के लोगों से मदद मांगते हैं। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण इसकी साफ-सफाई नहीं हो पा रही है। वहीं, स्थानीय लोगों ने नगर निगम प्रशासन से सुलभ शौचालय में पानी की व्यवस्था जल्द करने की मांग की है. जिससे लोगों को परेशानियों से दो-चार न होना पड़े।