डीजीपी की लोकेशन चेक में बारह जिलों के पुलिस कप्तान गैरहाजिर
लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही बार-बार अफसरों को दिन में अपने कार्यालय में मौजूद रहकर फरियादियों की सुनवाई करने की नसीहत देते हो लेकिन,
पुलिस अधिकारियों पर इसका फर्क नहीं पड़ता। गुरुवार को डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने इसकी औचक चेकिंग कराई तो कई जिलों के एसएसपी/एसपी की कलई खुल गई। डीजीपी की चेकिंग में करीब 12 जिलों के एसपी सुबह दस से एक बजे के बीच कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
डीजीपी मुख्यालय स्तर से सभी को चेतावनी दी गई। उनसे जवाब भी तलब होगा।
सुनवाई को लेकर शिकायतें डीजीपी मुख्यालय को कई जिलों में एसपी के अपने कार्यालय में बैठकर फरियादियों की नियमित सुनवाई न करने की शिकायतें मिल रही थीं।
पीडि़तों को इस पर दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काटने पड़ रहे थे।
बताया गया कि बहराइच, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, बरेली, गाजियाबाद, मेरठ, मऊ, शामली सहित कुछ अन्य जिलों में पीडि़तों की सुनवाई को लेकर शिकायतें आ रही थीं।
डीजीपी ने गुरुवार सुबह एसएसपी/एसपी की लोकेशन चेक कराई। नियत समय में कार्यालय में मौजूद नहीं पाये गये
एसपी की जांच कराई जायेगी कि तब वह कहां मौजूद थे।
हालांकि डीजीपी मुख्यालय के अधिकारी इस कार्रवाई को लेकर चुप्पी साधे रहे।
बहराइच व गोंडा एसपी से मांगा स्पष्टीकरण नवरात्र में मूर्ति विसर्जन के दौरान घटनाओं को लेकर गोंडा व बहराइच के स्पष्टीकरण मांगा गया है।
डीजीपी मुख्यालय इसे लेकर गोंडा के एसपी लल्लन सिंह व बहराइच के एसपी सभाराज यादव को नोटिस जारी कर रहा है।