पार्टी ने बयान जारी कर कहा, “डीपीसीसी की अनुशासन समिति ने बैठक में सर्वसम्मति से बरखा सिंह को एमसीडी चुनाव से पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने की वजह से छह वर्षो के लिए पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया।” पूर्व मंत्री नरेंद्र नाथ की अध्यक्षता में दिल्ली इकाई की अनुशासन समिति ने यह फैसला लिया। समिति ने बरखा को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाया।
बरखा ने एक दिन पहले ही कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अजय माकन के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। गुरूवार को बरखा सिंह ने अपने इस्तीफे की घोषणा के साथ ही यह स्पष्ट किया था कि वे कांग्रेस में अब भी हैं, हर कार्यकर्ता को अपनी बात कहने का हक है, पार्टी किसी एक व्यक्ति की नहीं है। सिंह ने यह भी कहा था कि उनका अभी भाजपा या अन्य किसी भी पार्टी में शामिल होने की कोई योजना नहीं है।