रुद्रप्रयाग। प्रदेश में मॉनसून आते ही तीर्थयात्रियों की घटती संख्या को देखते हुए बदरी-केदार मंदिर समिति ने बड़ा निर्णय लिया है। मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने एवं बंद करने के समय में बदलाव किया है। साथ ही आम श्रद्धालुओं के लिए भी दर्शनों का समय चार घंटे कम कर दिया है। पहले जहां श्रद्धालु सुबह 4 बजे से रात 11 बजे बाबा केदार के दर्शन कर रहे थे, वहीं अब सुबह 5 बजे से केदारनाथ मंदिर में दर्शन शुरू होंगे। सांयकालीन आरती एवं श्रृंगार दर्शन के बाद रात्रि को नौ बजे मंदिर को बंद किया जा रहा है।
, 6 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये थे, जिसके बाद से हजारों की संख्या में बाबा के दर्शनों के लिए भक्त पहुंचे। कभी-कभार तो एक दिन में 20 से 22 हजार के करीब भी तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंचे. मई और जून माह में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के धाम पहुंचने से स्थानीय बेरोजगारों के चेहरों में खुशी देखने को मिली। दो साल कोरोना महामारी के कारण स्थानीय लोगों का व्यवसाय ठप हो चुका था, लेकिन इस बार की यात्रा ने पुराने सभी रिकार्ड को तोड़ने जा रही है। धाम में 60 दिनों में ही दर्शनार्थियों का आंकड़ा 8,56,721 पहुंच गया है। मॉनसून सीजन शुरू होते ही बाबा केदारनाथ की यात्रा भी धीमी हो जाती है। बावजूद इसके अभी भी हर दिन पांच से छः हजार के करीब तीर्थयात्री बाबा के धाम पहुंच रहे हैं। ऐसे में बदरी केदार मंदिर समिति ने बाबा केदार के दर्शन को लेकर बदलाव किया है। मॉनसून सक्रिय होने के साथ ही कम होती यात्रियों की संख्या को देखते हुए मंदिर समिति ने केदारनाथ में सुबह कपाट खोलने, धर्म दर्शन, दोपहर को भोग व विश्राम और सांयकालीन आरती के बाद कपाट बंद करने के समय में भी बदलाव किया है। पहले जहां श्रद्धालु सुबह 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक बाबा के दर्शन कर रहे थे। वहीं अब नई व्यवस्था के तहत सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक ही भक्त बाबा के दर्शन कर सकेंगे। इस नई व्यवस्था के तहत केदारनाथ में सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले जा रहे हैं। आम श्रद्धालुओं को सुबह 5 बजे से आराध्य बाबा केदार के धर्म दर्शन कराए जा रहे हैं। दोपहर 3 बजे बाबा केदार को भोग लगाने के बाद मंदिर की साफ-सफाई एवं विश्राम के बाद शाम 5 बजे से फिर से मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जा रहे हैं।
वहीं, 6.30 से 7 बजे तक सांयकालीन आरती हो रही है, जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन शामिल हो रहे हैं। इसके बाद रात 9 बजे मंदिर के कपाट बंद किए जा रहे हैं। मंदिर समिति के अधिकारियों के अनुसार बीते दस दिनों से केदारनाथ मंदिर परिसर में सुबह से लगी यात्रियों की भीड़ अपराह्न तीन बजे तक खत्म हो रही है। बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि यात्रियों की घटती संख्या को ध्यान में रखते हुए कपाट खोलने व दर्शनों के समय में परिवर्तन किया गया है।