देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धान के भुगतान के मसले पर आज अपने आवास पर सांकेतिक उपवास किए जाने का ऐलान किया है। वहीं हरीश रावत ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए अगले 10 दिन तक अपनी सार्वजनिक गतिविधियां कम करने का निर्णय लिया है।
हरीश रावत ने कहा कि कोरोनावायरस का प्रकोप चिंताजनक है। इससे उत्तराखंड में भी हालात बिगड़ रहे हैं। बिहार के चुनाव के दौरान कोरोना के खिलाफ संघर्ष की गंभीरता से लोगों का ध्यान हट गया था, जो गलत हुआ। हरीश रावत का कहना है कि उत्तराखंड में शीत का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के लिए यह मौसम खतरनाक है। उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते कि यह कोरोना की कौन सी लहर है। लेकिन इतना जरूर कहना चाहते हैं कि इस लहर के खत्म होने या कमजोर पड़ने तक अत्यधिक सावधानी बरतें. जिन लोगों को एक बार कोरोना संक्रमण हो गया है। उनका यह मानना गलत है कि उनको दूसरी बार कोरोना नहीं होगा। बल्कि उन व्यक्तियों को यदि दूसरी बार संक्रमण होता है, तो यह उनके लिए बहुत घातक सिद्ध होगा। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उन्होंने लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील करते हुए अगले 10 दिनों तक अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों को कम करने का निर्णय लिया है।
बड़ी खबर के साथ -मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा पार्टीजनों को दायित्व सौपें गये हैं
Wed Dec 2 , 2020