रुद्रप्रयाग:सोमवार को पौराणिक परंपराओं के अनुसार सुबह करीब साढे दस बजे तृतीय केदार बाबा तुंगनाथ की समाधि पूजा के बाद कपाट बन्द किये गये और बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली को शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ के लिए रवाना किया गया।
सैकडों भक्तों के जयकारों के बीच बाबा के कपाट आज बन्द हुए और चलविग्रह डोलीP आज रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचीं। आज 30 अक्टूबर को डोली बनकुण्ड पंहुच गयी है और कल 31 अक्टूबर को डोली मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी। जहां बाबा की विग्रह डोली को अगले छह माह के लिए मंदिर में स्थापित कर दिया जाने की परंपरा है। और शीतकाल की पूजाएं अब यहीं पर सम्पन्न होती है। इस साल 17 साल बाद बाबा तुंगनाथ भगवान मखुमठ में कुछ समय शीतकालीन गद्दी में विश्राम के बाद छेत्र भ्रमण में खदेड़ पट्टी की ओर प्रस्थान करेंगे।
बाबा तुंगनाथ के कपाट बन्द होने के मौके पर श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के कर्मचारी एवं मठ पति थोकदार स्थानीय जनता के साथ ही पूर्व सीएम एवं हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक एवं उनके साथ ही सैकडों की संख्या में श्रद्वालु भगवान तुंगनाथ मे बाबा के दर्शन आशीर्वाद लेने के लिए मौजूद रहे।