देहरादून। 2017 में हुए राज्य के चैथे विधानसभा आमचुनाव से पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए विधायकों पर बीजेपी में एडजस्ट नहीं हो पाने का आरोप लगता रहा है। कांग्रेस से आए विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को अनुशासनहीनता के चलते पहले ही बीजेपी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा चुका है। लेकिन यह सिलसिला अभी थमा नहीं है, नया मामला भाजपा विधायक उमेश शर्मा का है। दरअसल, उमेश शर्मा रायपुर से भाजपा के विधायक हैं और वह भी कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की तरह ही कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हुए थे। उमेश शर्मा को पंचायत चुनाव के दौरान भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ काम करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। भाजपा के अंदर बागी कांग्रेसी नेताओं को लेकर घमासान की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस भी खूब चुटकी ले रही है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट का कहना है कि भले ही कांग्रेस से बगावत करने वाले फिर से चुनाव जीतकर विधायक बन गए हो या किसी पद पर भी बैठ गए हों, लेकिन उनके स्वाभिमान को भाजपा में लगातार चोट पहुंचाई जा रही है। वहीं, बागियों के वापसी के सवाल पर इशारों ही इशारों में उन्होंने कहा कि बागियों की कांग्रेस में वापसी का विरोध भी दर्ज करवाया।