भगवद चिन्तन से कार्य मे सफलता प्राप्त करें
? कोई भी परिस्थिति हमें इतना विचलित नहीं करती जितना कि हमारी मनस्थिति हमें विचलित करती है। अगर मनस्थिति उच्च हो तो दुर्गम से दुर्गम परिस्थिति पर हम भी माँ दुर्गा की तरह विजय प्राप्त कर सकते हैं। और यदि मनस्थिति निम्न हो तो छोटी से छोटी घटनाओं से हम विचलित होने लगेगें।
? यह बात ज्यादा मायने नहीं रखती है कि हमारे सामने परिस्थिति कैसी है अपितु जितनी यह बात मायने रखती है कि हमारी मनस्थिति कैसी है ?
? परिस्थितियों के साथ जूझने के वजाय अपनी मनस्थिति के साथ सूझने व बूझने का प्रयास करो फिर आपको अपने आप लगने लगेगा कि वाकई परिस्थिति इतनी भी प्रतिकूल नहीं जितना कि मैंने उसे बनाया था।
परिस्थिति को नहीं मनस्थिति को सुधारने का प्रयास करें।पं सन्तोष पैन्यूली शास्त्री