भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का सृजनकर्ता और प्रथम शिल्पकार के रूप में जाना जाता है। संजय डोभाल ।
बड़कोट में धूमधाम से मनाया गया विश्वकर्मा दिवस ।
बड़कोट। उत्तरकाशी । रिपोर्ट ( मदन पैन्यूली)
नगर पालिका क्षेत्र बड़कोट अंतर्गत रविवार को विभिन्न कार्यों से जुड़े लोगों ने नदीण फार्म में भगवान विश्वकर्मा पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया तथा यहां भगवान विश्वकर्मा की विधिवत पूजा अर्चना के साथ औजार व मशीनों की विधिवत मन्त्रोंपचार के साथ पूजा-अर्चना की गयी।
इस मौके पर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने कहा है कि भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का सृजनकर्ता और प्रथम शिल्पकार के रूप में जाना जाता है। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भगवान विश्वकर्मा ने दुनिया को दिशा दिखाई हैं । विधायक ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित कर कहा कि आज आप विकास की महत्वपूर्ण कड़ी हैं, हर कोई कार्य आपके माध्यम से ही सम्पन्न होता है।
पूजा अर्चना कार्यक्रम के बाद कल सोमवार को त्रिवेणी संगम गंगानी में विश्वकर्मा जी की मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा, जिसमे बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष अनुपमा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अतोल सिंह रावत, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी, जयेंद्र सिंह रावत, हंसपाल बिष्ट, कमेश रावत, खड़क बहादुर, इरफ़ान, सन्तोष, चंदन, बिकास,सिकन्दर, अस्तिबुला आदि उपस्थित रहे।
उत्तरकाशी / पुलिस लाइन ज्ञानसू में
भगवान विश्वकर्मा दिवस पर शस्त्र, औजार व मशीनों की विधिवत मन्त्रोंपचार के साथ पूजा-अर्चना की गयी।
यन्त्र एवं निर्माण के अधिष्ठात्र देवता *भगवान विश्वकर्मा जी के पूजन दिवस* के शुभ अवसर पर रविवार को पुलिस लाइन ज्ञानसू, उत्तरकाशी व समस्त कोतवाली, थाना व शाखा पर भगवान विश्वकर्मा के पाठ-पूजा के साथ शस्त्र, औजार व मशीनों की विधिवत मन्त्रोंपचार के साथ पूजा-अर्चना की गयी।
इस अवसर पर पुलिस लाइन में *पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी अनुज कुमार, प्रतिसार निरीक्षक जनक सिंह पंवार सहित अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों तथा सभी थाना, कोतवाली व शाखा पर सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारियों* द्वारा पूजा अर्चना की गयी।
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भगवान विश्वकर्मा ने दुनिया को रास्ता दिखाया उन्होंने अपने कौशल से न केवल सोने की लंका का निर्माण किया बल्कि रामसेतु निर्माण के लिए अंश के रुप में नल व नील को भेजकर इस कठिन कार्य को भी आसानी से पूर्ण करावाया। विश्वकर्मा समस्त लोकों और पंच महाभूतों के परम ज्ञाता हैं।