मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को परेड ग्राउण्ड में हिमान्या सरस मेला-2017 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने 18 राज्यों के स्वयं सहायता समूहों, हस्तशिल्पियों एवं स्वरोजगारियों द्वारा लगाये गये विभिन्न स्टाॅलों का निरीक्षण किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के मेलों से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही लोगों के स्वरोजगार के अवसर भी बढ़ेगे। विभिन्न राज्यों के उद्यमियों द्वारा लगाये गये अलग-अलग स्टाॅलों से अनेक राज्यों के उत्पादों और उनके मार्केंटिंग के बारे में जानकारी एक साथ प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने, सबको आवास, शौचालय एवं 01 मई 2018 तक प्रत्येक गांव में बिजली उपलब्ध कराने के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने में सबको सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य स्वरोजगार, स्वयं सहायता समूहों का विकास करना एवं सेल्फ मार्केटिंग करना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए रोजगार, बिजली, पानी, सड़क, एवं बुनियादी सुविधाओं के विकास पर विशेष बल देना होगा। प्राकृतिक उत्पादों का उत्तराखण्ड में अच्छा कारोबार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार निरन्तर प्रयासरत है।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती माला राजलक्ष्मी शाह, विधायक खजान दास, ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के अध्यक्ष एस.एस.नेगी, सुनील उनियाल, उमेश अग्रवाल, ग्राम्य विकास के अपर सचिव युगल किशोर पंत आदि उपस्थित थे।