देहरादून, ओएनजीसी व बीएसनेगी महिला प्राविधिक प्रशिक्षण संस्थान के मध्य 30 वर्ष का लीज एग्रीमेंट किया गया
संस्थान के अध्यक्ष हर्षमणि व्यास ने बताया कि, आज ओएनजीसी व बी0एस0नेगी महिला प्राविधिक
प्रशिक्षण संस्थान के मध्य भूमि व बिल्डिंग इत्यादि जिस पर संस्थान चल रहा है का 30 वर्ष के लिए
लीज एग्रीमेंट रजिस्ट्रार आॅफिस में पंजीकृत किया गया है। लीज एग्रीमेंट एआईसीटी के मानको में से एक
अत्यन्त अनिवार्य दस्तावेज है। एआईसीटीई के मानको को पूरा करने हेतुओएनजीसी की तरफ से लीज
एग्रीमेंट जैसा सराहनीय कदम उठाया गया है जोकि संस्थान के चहुमुखी विकास मे मील का पत्थर भविष्य के लिए साबित होगा।
लीज एग्रीमेंट अगले तीस वर्षों के लिए मान्य होगा। इसके अंतर्गत सस्थागत छेत्र जिसमें शोभना
वाही ब्लाक, अनुराधा धर ब्लाक व वर्कशाप भाग जिसे इंदिरा को हली ब्लाक के नाम से जाना जाता है।
तथा हाॅस्टल छेत्र शामिल है जिसका कुल छेत्रफल 2.87 एकड है। सम्पूर्ण छेत्रओएनजीसी परिसर
कौलागढ रोड पर स्थित है। लीज एग्रीमेंट के अनुबंध के अनुसार ओएजीसी पूर्व की भाॅति अपने भवन
व परिसर को जोकि इस लीज एग्रीमेंट के अंतर्गत आते हैं का रखरखाब करता रहेगा। संस्थान के
कर्म चारी अथवा गवर्निंग बाॅडी कोई ऐसा कार्य नही करेंगे जिससे ओएनजीसी अथवा ओएनजीसी प्रबंधन
का अहित हो । अगर एसा होता है तो लीज़ एग्रीमेंट भंग किया जा सकता है।
इससे पूर्व 1994 में जब संस्थान ने एआईसीटीई से मान्यता के लिए आवेदन किया था तो
ओएनजीसी ने एआईसीटीई को भरोसा दिलाया था कि संस्थान को चलाने हेतु वाॅछित जमीन व भवन
प्रदान किया गया है व उसकी सिविल , इलैक्ट्रिकल मेनटेंनेस ओएनजीसी द्वारा की जा रही है व भविष्य
में भीओएनजीसी द्वारा की जाती रहेगी। इसी आधार में 1994 से विगत वर्ष तक मान्यता मिलती रही।
इसी क्रम मेंलीज एग्रीमेंट एक और कदम है।
इस वर्ष 2020-21 के लिए संस्थान की नई प्रबंधन कार्यकारिणी द्वारा एआईसीटीई को इस संबंध
में अंडरटेकिंग दी गयी जिसके फलस्वरूप संस्थान को मान्यता मिल गई है। मान्यता मिलने की सूचना
उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद को दी जा चुकी है। जिसके उपरान्त संस्थान में चल रहे समस्त 6
पाठ्यक्रमों हेतु शीध्र प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ की जायेगी । फैशन डिजाइन, टैक्सटाइल डिजाइन व गाॅरमेंट
टैक्नोलाॅली पाठ्यक्रम में इस वर्ष प्रवेश संस्थान स्तर पर ही होंगें जिसके लिए पंजीकरण प्रारम्भ हो चुके हैं।
संस्थान की प्रधानाचार्या अनुपमा उनियाल ने अवगत कराया कि , यह संस्थान महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने हेतु ओएनजीसी की महिलाओं द्वारा प्रारम्भ किया गया था। जिसकी स्थापना ओएनजीसी महिला समिति के बैनर तले 1987 में (33 वर्ष पूर्व) श्रीमती शोभना वाही , पत्नी स्व0 कर्नल एस0पी वाही प्रथम चेयरमैन
ओएनजीसी द्वारा की गयी थी। जिसका उद्देश्य महिलाओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करना है