देहरादून। इस बार उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस ने जिस तरह रात को अपनी लिस्ट जारी की और अनेक मजबूत दावेदारों को टिकट नहीं मिला उससे पार्टी में बगावत की बू कुछ ज्यादा ही आ रही है। कहीं बागी कांग्रेस का खेल न बिगाड़ दे इसका लगातार अंदेशा बना हुआ है।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार देर रात कांग्रेस ने 53 नामों की घोषणा कर दी। पहले तो पार्टी के कार्यकर्ता और दावेदार इस बार पर हैरान थे कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को रात में प्रत्याशियों की सूची जारी करने की कौन सी मजबूरी आन पड़ी थी। टिकट के दावेदारों ने जब अपने नाम लिस्ट में नहीं देखे तो फिर नाराजगी सातवें आसमान पर पहुंच गई।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार देर रात कांग्रेस ने 53 नामों की घोषणा कर दी। पहले तो पार्टी के कार्यकर्ता और दावेदार इस बार पर हैरान थे कि देश की सबसे पुरानी पार्टी को रात में प्रत्याशियों की सूची जारी करने की कौन सी मजबूरी आन पड़ी थी. टिकट के दावेदारों ने जब अपने नाम लिस्ट में नहीं देखे तो फिर नाराजगी सातवें आसमान पर पहुंच गई। अभी विरोध और विवाद वाली 17 सीटों पर कांग्रेस को उम्मीदवार घोषित करने हैं। मुख्य लड़ाई हरीश रावत और रणजीत रावत की फंसी हुई है। अपने खास संजय नेगी को टिकट नहीं मिलते देख हरीश रावत रामनगर सीट से दावा कर रहे हैं। कांग्रेस आलाकमान हरीश रावत की इस मांग पर अभी तक कोई फैसला नहीं ले पाया है। उधर रणजीत रावत ने रामनगर की सीट को अपने सम्मान से जोड़ लिया है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट आने के बाद बगावत बड़ा रूप ले सकती है।