देहरादून। उत्तराखंड बीजेपी में बगावत से सुर फूट पड़े हैं। ऋषिकेश में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के नाराज पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं ने एक अलग संगठन बनाकर बगावत का बिगुल फूंक दिया है। इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि कांग्रेस से बीजेपी में आए उनियाल तीन-चार दशक से पार्टी की सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं और अपने छोटे से गुट को लेकर चल रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ता यह भी आरोप लगा रहे हैं कि अपने अहम् में डूबे सुबोध उनियाल पार्टी के पुराने कार्यकर्तों का उत्पीड़न कर रहे हैं।
उत्तराखंड बीजेपी के पुराने कार्यकर्ताओं ने टिहरी में ‘अटल विचार मंच’ नाम से एक संगठन बना लिया है, ताकि वह अपनी सामाजिक सक्रियता बनाए रखें। बुधवार को मंच के सम्मेलन में जुटे कार्यकर्ताओं में उनियाल के प्रति गुस्सा साफ नजर आया और उन्होंने इसे खुलकर व्यक्त भी किया। योगेश राणा पिछले 35 साल से बीजेपी से जुड़े हैं। अटल विचार मंच के संस्थापक सदस्य राणा ने आरोप लगाया कि नरेंद्र नगर के विधायक और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की वजह से क्षेत्र में पार्टी का जनाधार खत्म हो रहा है। राणा ने कहा कि उनियाल अपने अहम की वजह से पार्टी को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं।
योगेश राणा ने आरोप लगाया कि नरेंद्र नगर में बीजेपी के दशकों पुराने कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है और सुबोध उनियाल अपने साथ लाए अपने चंद समर्थकों की ही बात सुन रहे हैं। इसकी वजह से सभी पुराने बीजेपी कार्यकर्ता उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और इसीलिए अटल विचार मंच का गठन करना पड़ा है।
पूर्व प्रधान सरस्वती जोशी योगेश राणा से भी ज्यादा गुस्से में नजर आईं. उन्होंने कहा कि वह लोग लंबे समय से अपना गुस्सा दबाए हुए थे। अब भी नहीं बोला तो दलबदलू पार्टी में आते रहेंगे और टिकट पाते रहेंगे। बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता उपेक्षा के शिकार होते रहेंगे।