दिल्ली। अन्तर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल द्वारा इस विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसको लेकर विकलांगता से जुड़े मुद्दों, पीडब्ल्यूडी लोगों की गरिमा और उनके अधिकारों को लेकर चर्चा की गई। इस मौके पर दिव्यांग लोगों के विकास और अस्पताल में इनके लिए अनुकूल माहौल बनाने को लेकर चर्चा की गई।
इस अवसर पर एमएस डॉ बीएल शेरवाल ने पीडब्ल्यूडी लोगों की गरिमा को बहाल करने और इस समुदाय को मुख्य धारा में एकीकरण पर जोर दिया। उन्होंने सभी अतिरिक्त एमएस, डॉ.अजय गुप्ता एचओडी पीएमआर, फैकल्टी और कर्मचारियों की गरिमामय उपस्थिति में उनके अनुकरणीय कार्य, पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों, फैकल्टी और कर्मचारियों के लिए एनजीओ को सम्मानित किया। विकलांगता मुद्दों पर एसजेएच ओपीडी में पीएमआर विभाग द्वारा जन जागरूकता व्याख्यान की एक श्रृंखला का आयोजन भी किया गया।
डॉ सुमन बधाल और अशोक ओटी द्वारा व्हील चेयर का उपयोग और उसके बाद नुक्कड़ नाटक और बीपीओ छात्रों द्वारा नृत्य करके इस विषय पर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया गया। अस्पताल पीजी के लिए सेरेब्रल पाल्सी रिहैबिलिटेशन पर डॉ नोनिका लाईसराम प्रिंसिपल कंसल्टेंट द्वारा एक सार्वजनिक व्याख्यान दिया गया। इसके बाद प्रश्नकाल का सत्र हुआ। एचओडी पीएमआर डॉ. अजय गुप्ता की अध्यक्षता में एसजेएच के पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों के साथ इस विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया। उन्होंने डॉ संदीप शर्मा संपर्क अधिकारी पीडब्ल्यूडी की उपस्थिति में प्रासंगिक विकलांगता मुद्दों को संबोधित किया।
पूनम ढांडा एमएसडब्ल्यूओ ने बताया कि इस नई पहल की सभी ने सराहना की। पीएमआर विभाग न केवल विकलांग व्यक्तियों को स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए नोडल विभाग है। इसके माध्यम से अस्पताल में पहुंच के मुद्दों का आकलन करने का कार्य किया जाता है। इसके जरिए विकासशील नीतियों में मदद करने की दिशा में कार्य किया जाता है। एचओडी पीएमआर डॉ. अजय गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि इस विषय पर सबको जागरूक करना होगा।