केरल के एक डॉक्टर केवी बाबू ने जुलाई में शिकायत की थी। उन्होंने पतंजलि के दिव्य फार्मेसी की ओर से ड्रग्स एंड मैजिक रेमिडीज (ऑब्जेक्शनेबल अडवर्टाइजमेंट) ऐक्ट 1954, ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक ऐक्ट 1940 और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक रूल्स 1945 के बार-बार उल्लंघन का आरोप लगाया था। बाबू ने राज्य के लाइसेंसिंग अथॉरिटी (एसएलए) को 11 अक्टूबर को एक बार फिर ईमेल के जरिए शिकायत भेजी।
अथॉरिटी ने पतंजलि को फॉर्मुलेशन शीट और लेबल में बदलाव करते हुए सभी 5 दवाओं के लिए फिर से मंजूरी लेने को कहा है। आदेश में कहा गया है कि कंपनी संशोधन के लिए मंजूरी लेने के बाद ही दोबारा उत्पादन शुरू कर सकती है। दिव्य फार्मेसी को भेजे गए लेटर (जिसकी एक कॉपी एचटी के पास है) में जॉइंट डायरेक्टर और ड्रग कंट्रोलर डॉ. जीसीएन जंगपांगी ने कंपनी को मीडिया स्पेस से तुरंत भ्रामक और आपत्तिजनक विज्ञापनों को हटाने को कहा है। भविष्य में स्वीकृत विज्ञापन ही चलाने की सलाह देते हुए उत्पादन लाइसेंस वापस लिए जाने की चेतावनी दी गई है। अथॉरिटी ने इस मुद्दे पर कंपनी से एक सप्ताह में जवाब भी मांगा है।
स्टेट अथॉरिटी ने जिला आयुर्वेदिक और यूनानी ऑफिसर को कंपनी में विजिट करने और एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि उन्हें स्टेट लाइसेंसिंग अथॉरिटी से अभी ऐसा कोई लेटर नहीं मिला है। ऐसा होने पर ही कोई कॉमेंट कर सकते हैं। उन्होंने एचटी से कहा, श्श्हमने सिर्फ मीडिया में लेटर के बारे में पढ़ा है। लेकिन कोई पुष्टि नहीं है, क्योंकि हमें यह नहीं मिला है।श्श् दिव्य फार्मेसी को लेटर भेजने वाले डॉ. जीसीएन जंगपांगी ने कई बार प्रयास के बावजूद फोन कॉल का जवाब नहीं दिया।आगेपढें
गैरसैंण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वहां ढांचागत सुविधाएं बढ़ानी होगी।गैरसैंण पर फोकस करना होगा। गैरसैंण की उपेक्षा नहीं हो सकती है। हालांकि स्थाई राजधानी बनाने के सवाल को वह टाल गए। खनन नीति में भ्रष्टाचार के सवाल पर उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार के राजस्व में नुकसान होगा। सीएम ने अच्छा सोचकर ही खनन नीति बनाई थी। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में राज्य में काफी विकास हुआ है। स्वास्थ्य सुविधा बढ़ी है। अल्मोड़ा, देहरादून, हलद्वानी, श्रीनगर, देहरादून, रुद्रपुर में मेडिकल कालेज बने हैं। अटल आयुष्मान कार्ड योजना से लोगों को फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि महिलाओं कर लिए उत्तराखंड पहला राज्य है। जहां पति की पैतृक संपत्ति में भी पत्नी को सहखातेदार बनाया है।
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सड़क दुर्घटना में एक की दर्दनाक मौत,दुसरा गंभीर
बागेश्वर। स्कूटी और डंफर की आमने सामने सीधी भिड़त में स्कूटी सवार की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई है। जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। मौके पर पहंुची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जानकारी के अनुसार बुधवार की रात लगभग साढ़े 12 बजे बागेश्वर जिले के कठायतबाड़ा में कंट्रीवाइड पब्लिक स्कूल के पास डंपर से स्कूटी संख्या 02,ए, 9708 की सीधी भिड़त हो गई। स्कूटी सवार मुकेश सिंह पुत्र जगत सिंह निवासी ठाकुरद्वारा तहसील बागेश्वर की मौके पर ही मृत्यु हो गई।पवन सिंह पुत्र सुन्दर सिंह निवासी आरे तहसील बागेश्वर उम्र 35 घायल हो गया। घायल का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस उपाधीक्षक शिवराज सिंह राणा ने बताया की मामले की जानकारी जुटाई जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। इधर, जिले में सड़क दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अधिकतर घटनाएं रात में हो रही हैं। जिससे पुलिस की रात्रि गश्त पर भी प्रश्न उठने लगे हैं। बीते रोज बैजनाथ में एक पीआरडी जवान की भी सड़क हादसे में मौत हो गई थी। बाइक में सवार एक अन्य घायल हो गया था। रात में सड़कों में दौड़ रहे वाहनों पर पुलिस शिकंजा कसने में नाकाम रही है।
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विधानसभा अध्यक्ष खंडूडी ने किए भगवान बदरी विशाल के दर्शन
चमोली। गुरूवार सुबह उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने बदरीनाथ धाम पहुंच कर विशेष पूजा-अर्चना की। साथ ही प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की हैं।
बदरीनाथ में बर्फबारी के बीच उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने गुरूवार सुबह को गर्भग्रह में भगवान के दर्शन किए। उन्होंने इस दौरान परिसर मे बदरीनाथ की सभी पूजाओं में प्रतिभाग किया।विधानसभा अध्यक्ष अपने गढ़वाल के तीन दिवसीय भ्रमण के दौरान बुधवार को भराड़ीसैंण में आयोजित राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में सम्मिलित होने के बाद देर रात्रि बदरीनाथ पहुंची थी।
विधानसभा अध्यक्ष ने विधिवत पूजा अर्चना एवं प्रदेश की उन्नति व खुशहाली की कामना की। इससे पूर्व बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अधिकारियों ने बदरीनाथ धाम पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत किया एवं तुलसी माला, प्रसाद व बदरीनाथ के अंगवस्त्र भेंट किए।गर्भवती पत्नी की हत्या का प्रयास,मामला दर्ज
रुद्रपुर। जंगल में ले जाकर गर्भवती पत्नी की हत्या के प्रयास का मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार ट्रांजिट कैंप जगतपुरा वार्ड नंबर छह निवासी युवती ने बताया कि मूलरूप से डूंगरा, भनोली अल्मोड़ा निवासी संजय सिंह बिष्ट पुत्र मोहन सिंह वर्तमान में जगतपुरा में रह रहा है। एक साल पहले संजय सिंह ने उससे मंदिर में प्रेम विवाह किया था । अब वह 9 माह के गर्भ से है और संजय सिंह उसे अपने साथ रखने से इंकार कर रहा है।कारण पूछने पर बच्चा उसका न होने की बात कह रहा है। आरोप है कि कुछ दिन पहले उसे जान से मारने के इरादे से संजय सिंह, उसका भाई दीपू बिष्ट और मां कार में बैठाकर जंगल की ओर ले गए। उसे शक हुआ तो उसने कार से कूदकर अपनी जान बचाई।
उसने पुलिस से आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप सुंदरम शर्मा ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है, इसके बाद आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी,आरोपी दबोचा
पिथौरागढ़। मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से ठगी करने का मामला सामने आया है। पीडित की तरह मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार भड़कटिया निवासी किशन सिंह को टेलीग्राम के माध्यम से मर्चेंट नेवी में रिक्त पदों का मैसेज प्राप्त हुआ। दिए गए नंबर पर संपर्क करने पर संबंधित व्यक्ति ने खुद को कैप्टन संजीव बताते हुए वाट्सएप पर दस्तावेज मंगाए।उसने बताया कि गोल्डन मरीज नामक जहाज में पद रिक्त हैं। जहाज विशाखापट्टनम आ रहा है। जहाज के आने तक सारे दस्तावेज तैयार करने का झांसा देकर किशन सिंह धामी से 1.35 लाख की धनराशि ले ली। धनराशि लेने के बाद संजीव ने फोन रिसीव करना बंद कर दिया। किशन को अपने ठगे जाने का अहसास हुआ।किशन की तहरीर पर पुलिस ने धारा 420 और आइटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया। पुलिस अधीक्षक के लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने सर्विलांस की मदद से ठग के राजस्थान में होने का पता लगा लिया।एसआई जितेंद्र सौराड़ी, के नेतृत्व में राजस्थान पहुंची पुलिस टीम ने ठग संजय कुमार बैरवा पुत्र राधाकिशन बैरवा निवासी अलवर राजस्थान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ठग से पूछताछ की जा रही है। संजीव के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
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अखाड़े में कब्जे को लेकर हाथापाई,पुलिस ने पंजाब के संतो को बाहर निकाला
हरिद्वार। कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल पर कब्जे को लेकर अल सुबह दो गुटों में हाथापाई हो गई। जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहोल बन गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहंची पुलिस ने कार्यवाही करते हुए पंजाब से आए संतो को जबरन उठाकर बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि यह विवाद लंबे समय से चल रहा है और न्यायालय में लंबित है।
जानकारी के अनुसार कनखल के निर्मल अखाड़ा में श्रीमंत ज्ञानदेव सिंह और श्रीमहंत रेशम सिंह पक्ष के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। दोनों गुटों के संत अपने-अपने श्रीमहंत को अखाड़े का अध्यक्ष बताते हैं और एक दूसरे को फर्जी बताते आ रहे हैं। यहां तक की दोनों अखाड़ा परिषद भी अलग-अलग गुट के साथ खड़ी है।एक बार फिर रेशम सिंह पक्ष के संत अखाड़ा मुख्यालय पहुंच गए हैं। जिसको ज्ञानदेव सिंह पक्ष के संतों ने विरोध किया हंगामा होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों तरफ के संतो को समझाकर शांत कराने का प्रयास किया गया। तनाव के मद्देनजर पीएसी भी बुलाई गई। इस बीच दोनों गुटों में गतिरोध बढ़ गया है।बता दें कि रेशम सिंह पक्ष के कुछ संत एक दिवंगत संत की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने कनखल आए थे। सती घाट पर अस्थियां विसर्जित करने के बाद वे नजदीक स्थित अखाड़ा मुख्यालय पहुंचे और अंदर बने गुरुद्वारे में अरदास करने की इच्छा जताई।श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह पक्ष के संतों ने उन्हें अंदर आने की अनुमति दे दी। कई घंटे बाद भी जब पंजाब से आए संत गुरुद्वारे से बाहर नहीं निकले, तब ज्ञानदेव सिंह पक्ष के संतों ने पुलिस को सूचना दी। पंजाब से आए संतों का कहना है कि अरदास 48 घंटे तक चलती है। इसलिए वह इससे पहले गुरुद्वारे से बाहर नहीं जाएंगे चाहे पुलिस ने गोली ही क्यों ना मार दे।सीओ सिटी मनोज ठाकुर ने बताया कि एहतियात के तौर पर पुलिस और पीएसी तैनात की गई है, ताकि शांति व्यवस्था ना बिगड़े। आला अधिकारियों को इस मामले की सूचना दे दी गई है। संतों से बातचीत भी की जा रही है।बीते जुलाई माह में भी यह मामला तूल पकड़ गया था, जब पंजाब से आए संतों ने अखाड़ा मुख्यालय कूच करने का ऐलान किया था। बाद में पुलिस प्रशासन ने समझा-बुझाकर कुछ समय मांगते हुए उन्हें शांत करा दिया था।
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भारी हिमपात से तापमान में गिरावट
चमोली। बदरीनाथ धाम में मौसम ने करवट बदली और धाम में बर्फबारी हुई। गुरूवार सुबह बर्फ की सफेद चादर में लिपटे नजर आए। बर्फबारी से यहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है। चमोली जिले में सुबह से ही मौसम खराब था। धाम में ऊंची चोटियों पर ताजी बर्फ जम गई है। इसके साथ ही हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है जिससे मौसम में ठंडक आ गई है।
यमुनोत्री धाम सहित आसपास की चोटियों पर भी बर्फबारी हुई, तो निचले हिस्से यमुना घाटी में बूंदाबांदी जारी है। पहाड़ों पर बर्फबारी से कड़ाके की ठंड का अहसास होने लगा है। वहीं दूसरी ओर हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा के बाद अचानक मौसम ने करवट बदली है। बुधवार तड़के कोहरा छा गया और इसके बाद दिनभर आसमान में बादल छाए रहे।
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इससे तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हुई। इस हफ्ते से तापमान गिरने की संभावना है। सितंबर और अक्तूबर में रिकार्ड बारिश हुई। इसका असर कोहरा और कड़ाके की ठंड के रूप में दिखेगा। शहर में सुबह चार बजे से कोहरा छाने लगा था। गंगा किनारे सात बजे तक हल्की धुंध रही। इसके बाद ठंडी हवा चलने लगी।सके बाद आसमान में बादल छा गए और दिनभर सूर्य भगवान के दर्शन नहीं हुए। बहादराबाद मौसम विभाग के शोध पर्यवेक्षक नरेंद्र रावत ने बताया कि बुधवार को अधिकतम तापमान 28 और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इस हफ्ते रविवार तक न्यूनतम तापमान 13 और अधिकतम 25 डिग्री तक आने की संभावना है। इससे ठंड शुरू होगी और कोहरा ज्यादा छाएगा।
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