देहरादून उत्तराखंड पत्रकार संगठन समन्वय समिति के संयोजक जीतमणि पैन्यूली का सभी मीडिया के बन्दूओं को सुप्रभात आपको पत्रकार होने खबर से सूचित कर ते हुए तीसरी, चौथी बार कहना पड़ रहा है ।मा0 प्रधानमंत्री जी ने प्रेस की इतनी इज्जत की है कि सारी दुनिया का चक्कर काट के आये परन्तु कभी प्रेस नहीं की है। इस बात के लिए हमें सुनना पड़ा है मनुष्य मनन करने से मनुष्य है लोकतंत्र में 4 स्तम्भ हैं जिसमें विधाईका का चेहरा लोकसभा, कार्यपालिका का चेहरा प्रधानमंत्री कार्यलय ,न्यापालिका का चेहरा सुप्रीम कोर्ट आपके चौथे स्तंभ का कोई चेहरा नहीं है ।
हमने मनन करते हुए हमने अपने निवास स्थान लिखवार गांव टिहरी गढ़वाल टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर स्थित है।उसको बनाने में देश की सभी पवित्र नदियों की रेत बजरी का प्रयोग किया है।जबकि सभी प्रधानमंत्री देश विदेश के दौरां करने के बाद सबसे पहले प्रेस वार्ता का आयोजन करते रहे।परन्तु आपको अपने अधिकारों को लड़ने के लिए एक जुटता दिखाने के बजाय घर घर गणेश परिक्रमा कर उदर पूर्ती के लिए विना दांत की यूनियनों के काम की समीक्षा किये बिना घर यूनियन बना कर अहम पाल कर देश के लोकतंत्र एंव चौथे स्तंभ की गरिमा को अपने स्वार्थ के चलते कम किया है। यूनियन की भी समीक्षा करनी चाहिए। स्वास्थ्य बर्धक काली हल्दी की खेती करें स्वस्थ रहने के साथ साथ देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाये।
किसी भी मीडिया हाउस की 75 वर्षों तक हिम्मत नहीं हो रही है कि हमे संवैधानिक अधिकार दिया जाय ।कारण साफ है कि जनता के धन से चलने वाले बैंकों की सुविधाओं के लेकर अपनी पहुंच के बदौलत आर्ट आफ अर्निंग से काम करने वाले लोगों की सम्प्पतियों में इन75 वर्षों में बहुत बड़ा इजफा हुआ है।
और स्वच्छ मीडिया धर्म के पालन करने वाले लोगों पर सच्ची खबर देश प्रकाशित करने वाले लोगों अपनी जमीन बेचकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए देश के विकास में भागीदारी कर रहे हैं । इसके अलावा उत्तर प्रदेश में पेपर लीक होने की खबरें छापने पर पत्रकारों को जेल की हवा खानी पड़ी है । हमने विना यूनियन के लेबल लगाए सोर्ट नोटिस में ख़बर प्रकाशित कर गांधी पार्क देहरादून में धरना प्रदर्शन किया।
हमारे मनोबल बढ़ाने के लिए बरिष्ट पत्रकार सुनील गुप्ता , त्रिभुवन चौहान,राजेश बहुगुणा, आदि साथियों ने हौसला अफजाई करने का जमात की भीड़ में साहस दिखाया है। उत्तराखंड स्वाभिमान से जीने के लिए और उसकी रक्षा करने के लिए कल माधोसिंह भंडारी की विजय होने के लिए इगास जीता जागता उदाहरण है ,आजादी के लिए पत्रकार अमर शहिद श्रीदेव सुमन का बलिदान के लिए देश के चौथे स्तंभ को प्रोहत्सना देने वाले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु ने कई मंचों पर टिहरी गढ़वाल रियासत में श्रीदेव सुमन पत्रकार स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का बलिदान का जनता को याद कराया है।
उत्तराखंड में उनकी जयंती पर विज्ञापन नहीं मिलने पर उत्तराखंड सूचना एवं लोकसंपर्क विभाग सूचना भवन पर पत्रकारों ने ताले लगा दिए थे। मानवता के लिए मिसाल कायम करने वाले, स्वाभिमान से संस्कृति को गौरव से जिंदा रखने लिए गौरव दिवस पर अवकाश देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी को हार्दिक बधाई देते हैं।
इस छूटी पर प्रदेश के 5लाख कर्मचारियों को तो जहां जहाँ खुशी हो रही है वहीं खुसहाल पोटेंशियल प्रदेश के 22 साल घपले घुटालो को करने वाले लोगों को सजा देने के नाम पर आने वाले लोग ही प्रदेश के नागरिकों को बाहरकी एजेंसियों को रोजगार देकर यहाँ के भोले भाले लोगों को अपराधी बनाने का काम कर रहे हैं।
उसी काम में लिप्त पंचायत राज विभाग यहां के स्वयं सेवी संस्थाओं को काम नहीं देकर बाहर की एजेंसी यो को काम देने के लिए नियम शर्ते बनाई जा रही हैं । उनकी इच्छा शक्ति के अभाव से आज कर्मचारियों का वेतन कर्जे से देना पड़ रहा है। कितने शर्म की बात है इसको हम ठीक करने के लिए सक्षम हैं की जानकारी आगे आपको मिलेगी।परन्तु हमारी सोच गुलामी की होने परिक्रमा करने के चलते हमें पूछने वाला तो छोड़िए हमने अप्रैल 2014 उत्तराखंड के विकास के लिए पत्रकार साथियों का 11 महा तक प्रदेश के विकास के लिए हमें संयोजक उत्तराखंड पत्रकार संगठन समन्वय समिति के रूप में अमूल्य समय दिया है। उसको कार्य रूप में परिणित करने के लिए राज्यपाल का साक्षात्कार प्रकाशित करने के बाद अन्य ज्वलंत मुद्दों में सुधार के साथ साथ बैंकों में घण्टों अपने जमा रुपये के अलावा सरकारी योजनाओं का समय पर लाभ जनता को लाभः मिलने व न्यूज पोर्टल व्वेब चैनल से मीडिया बन्दूओं को रोजगार,और व्यपारियो को अपने प्रचार प्रसार के लिए वेबसाइटों को बनाने में नेट सुविधाओं को बढ़ावा देने का काम हुआ है। इस बात को कोई पत्रकार नही का रहा है ।जब विकास के लिए हमारी सोच यह है तो पत्रकार हमारी बात मानेगे तो प्रत्येक को गणेश परिक्रमा के अलावा घर बैठे 5 से10 लाख का विज्ञापन प्रदेश सरकार का प्रचार प्रसार करते हुए मिलेगा।आपको इज्जतदार के रुप अपनी खोई हुईं प्रतिष्ठा हासिल करने का अल्प प्रयास होगा।
सही इसके लिए लोकवित्त से चलने वाले राज भवन पर होने वाले खर्चे का लाभः प्रदेश को मिला है ।उनके साक्षात्कार करने के बाद हमें साक्षात्कार देने के लिए स्वीकृति नही देना प्रदेश के विकास में हनुमान जी की कार्य शैली को महत्व नहीं देना है। अपने उदर पूर्ती के चलते अपने पत्रकारिता करने वाले लोगों के प्रति इच्छा शक्ति के अभाव में जी रहे है। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र में दुनिया के छठे देश के श्रेणी का प्रदेश उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर हुये पेपर लीक की खबरें प्रकाशित करने पर हुए अन्याय के लिए गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन भी किया है।राजनीतिक पार्टियों के झंडे डंडे पोस्टर लगाने वाले साथियों ने हमारे धरने की खबर को प्रकाशित करने के बजाय हमे टोंट कसना सुरु किया। यह नहीं सोचा कि पहले हम पत्रकार हैं पार्टी में जाने से पेट पालने के लिए कुछ विशेष मिल जाता है।अघोषित इमरजेंसी दिखाई देने करने के आप लोगो को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में संवैधानिक अधिकार देने के लिए हम अल्प प्रयास रत हैं।जिसका संज्ञान माननीय सुप्रीम कोर्ट ने जन हित याचिका में लिया है जब तक सांस रहेगी तब तक हमारे जन हित में किये गए कार्यों की कार्यवाही का परीक्षण कर वह अच्छा कुछ दिन बाद दिखाई देगा यह बात कह नही रहे है लिख कर प्रकाशित कर रहे हैं। जैसे 2013 तक 5,7 न्यूज पोर्टल थे जुलाई2013 से अप्रेल2014 तक के प्रयास से आज लाखों वेवसाइट बना कर प्रदेश वासियों को रोजगार मिल रहा है ।वही न्यूज पोर्टल वेबसाइटे 1100 सो न्यूज पोर्टल विज्ञापनों के लिए सूचना विभाग में सूची वद हो कर प्रदेश एवं देश के विकास में भागीदारी करने जा रहे हैं।हमारा प्रयास मान्यता गैर मान्यता वाले पत्रकार साथियों को सही खबरों को प्रकाशित करने के लिए संवैधानिक अधिकार दिलाने का अल्प प्रयास है। आप लोग सिर्फ इतना लिख कर 7983825336 पर भेज डिजयेगा की लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को संवैधानिक अधिकार दिया जाय क्यों दिया जाय सरल उदाहरण आपको समझने के लिए दे रहे हैं
कि अभी सरकार ने10 लाख नोकरियों को देने की घोषणाएं की है उसको हमने प्रकाशित किया उसके बाद जनता में 10 लाख लोगों में 5 लाख अपने बच्चों को कर्जा लेकर कोचिंग कराएंगे फिर वह नोकरियों में को लगा नहीं परीक्षा रदद् करदी सब जनता का धन50 लाख से ज्यादा बर्बाद पहले प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के आने पर हुआ ।तब जनता का हुआ और रिजल्ट जीरो। संवैधानिक अधिकार मिलने पर हमारी खबरों के निरिक्षण के लिए समिति बनेगी जो खबरों का संज्ञान लेते हुए प्रकाशित करने वाले पत्रकार को अपनी ख़बर प्रकाशित करने का आधार श्रोत माँगेगी वह सही होने पर उसे राष्ट्रपति के पास भेजेगी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री कार्यालय को समय सीमा के अन्दर घोषणाएं पूर्ण करने के लिए कहेंगे उस समय सीमा पर कार्यवाही नही होने पर कोर्ट में जाएंगे जिसका व्यय भार सरकार वाहन करेगी अब सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर करने का समय सबसे बड़ा धन जनहित खर्चा कितने लोग आज की तिथि में कर सकते हैं। यह परेशानी कम करने की सुविधा होगी।