हल्द्वानी नैनीताल मेंआर्ट आफ लिविंग के संस्थापक आध्यत्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर जी द्वारा संचालित आयुर्वेद चिकित्सा पर आधारित पौराणिक नाड़ी विज्ञान विलुप्त हो रही धरोहर को बचाये रखने के लिये अभिनव प्रयास चिकित्सक सेवा निबृत आयुर्वेद विभाग उत्तराखंड के राजेंद्र प्रसाद रतूड़ी के द्वारा उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर नाड़ी शिविर आयोजित किये जारहे हैं जिसमें वात, पित्त,एवं कफ की प्रकृति ,विकृति के आधार पर जटिल रोगों के निदान कर उपचार खास तोर पर(उच्च रक्तचाप, मदुमय ,गठिया ,त्वचा एवं जीर्ण रोग )का उपचार मरीज की प्रकृति के आधार पर न केवल ओषधियों से बल्कि व्यक्ति के आहार व्यबहार ,खान पान के तौर तरीके को बदल कर एवं श्री श्री रविशंकर जी द्वारा ईजाद की गई शुदर्शन क्रिया को अपना कर मरीज की शारीरिक व मानशिक छमता का विकास कर मरीज को लाभ दिया जाता है । इन शिविरों का आयोजन उनकी सहयोग संस्थान श्री वेदा सत्ववा प्रवेट लि0 द्वारा उक्त पद्धति को बढ़वा देने के लिये किया जारहा है
उत्तराखंड के अनाज,पर्यटन गावँ के देवताओं की
Thu Oct 12 , 2017