श्रीनगर,कुछ लोग सदैव समाज सेवा को समर्पित रहते हैं उन्हें इन बातों से मतलब नही रहता कि उनके कार्यों का कोई प्रचार प्रसार हो भी रहा या नही,या फिर वो स्वयं के अपने कार्य अथवा नौकरी के अतिरिक्त सदैव समाज को संवारने में चुपचाप लगे रहते हैं, आज ऐसी ही एक समाजसेविका का जन्मदिन है जो स्वयं सरकारी शिक्षक होने के बावजूद भी अपनी ड्यूटी के बाद समाज के पिछड़े,गरीब ,असहाय बच्चों को शिक्षा देती है,उनके लालन पालन में उन्हें सहायता करती हैं, मैं बात कर रहा हूँ हमारी प्रेरणास्त्रोत्र श्रीनगर गढ़वाल की शिक्षिका संगीता फरासी जी की,संगीता जी स्वयं सरकारी शिक्षक है जो गहड़ गॉव में कार्यरत है,इनका परिवार श्रीनगर के अपर बाजार में रहता है इनके पति बीआरओ में तैनात है।संगीता कोठियाल फरासी जी वर्षो से समाज के वंचित बच्चों के भविष्य को संवारने का काम कर रही है,विशेषकर,गरीब बच्चों,झुग्गी में रहने वाले बच्चों के लिए संगीता एक देवदूत ही कही जाएगी,बिना किसी सरकारी सहायता या किसी भी अन्य सहायता के अपने संसाधनों से इन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने वाली मातृशक्ति संगीता फरासी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं, ईश्वर से इनके स्वस्थ शरीर,लम्बे सुखद जीवन की कामना करता हूँ।संगीता फरासी जी ने अभी कुछ माह पूर्व एक गरीब बच्ची को पढ़ा लिखाकर,बड़ा करके उसकी शादी भी की,जो कि प्रशंसनीय है,कई ऐसे बच्चे है जिनको पढ़ा लिखाकर संगीता जी ने उन्हें मुख्य धारा में लाया,जो आज जीवन के अच्छे मुकाम पर पहुंचे है,जहाँ एक तरफ सरकारी शिक्षक सुगम दुर्गम के लिए सरकार से लड़ते देखे जाते है वहीं संगीता जैसी शिक्षिका भी है जो सरकारी सेवा के बाद अपने समाज के लिए एक बड़ी मिशाल बन चुकी है,ये भी संयोग है कि आज गुरु पूर्णिमा भी है और संगीता फरासी जी का जन्मदिन भी है,बिना किसी प्रचार प्रसार या किसी अन्य सहायता के परे स्वयं के संसाधनों से समाज को नई राह दिखाने वाली,गरीबों,असहाय बच्चों की आशा की किरण,ऐसी महान मातृशक्ति के लिए जन्मदिन पर हमारी तरफ से बहुत बहुत शुभकामनाये,ईश्वर आपको खूब शक्ति दे और आपकी अधिक ऊर्जा के साथ इस तरह के सामाजिक कार्यों को मजबूती के साथ करते रहें।
जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई हो,ईश्वर आपको शतायु बनाएं।
चन्द्रशेखर पैन्यूली।